Wednesday - 10 January 2024 - 9:29 AM

प्रियंका ने शिक्षक भर्ती को बताया UP का ‘व्यापमं घोटाला’

जुबिली स्पेशल डेस्क

लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती घोटाला अब योगी सरकार के लिए गले की हड्डी बनता जा रहा है। दरअसल इस मामले में विपक्ष योगी सरकार पर हमला बोल रही है। यूपी में लगातार सक्रिय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने 69000 शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल डाला है। इतना ही नहीं उन्होंने 69,000 शिक्षकों की भर्ती को यूपी का व्यापमं घोटाला बताया है। इसके साथ ही कहा है कि अगर इंसाफ नहीं मिला तो कांग्रेस आंदोलन भी कर सकती है।

प्रियंका ने इस पूरे मामले पर सख्त रूख अपनाते हुए सोमवार को कई ट्वीट कर योगी सरकार को घेरा है। उन्होंने पहले ट्वीट में कहा कि 69000 शिक्षकों की भर्ती का घोटाला उत्तर प्रदेश का व्यापमं घोटाला है। उन्होंने कहा कि इस मामले में गड़बड़ी के तथ्य सामान्य नहीं हैं।

डायरियों में छात्रों के नाम, धन का लेनदेन, परीक्षा केंद्रों में बड़ी हेरफेर, इन गड़बडयि़ों में रैकेट का शामिल होना, ये सब दर्शाता है कि इसके तार काफी जगहों पर जुड़े हैं। उन्होंने आगे लिखा- कि मेहनत करने वाले युवाओं के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. सरकार अगर न्याय नहीं दे सकी तो इसका जवाब आंदोलन से दिया जाएगा।

यह भी पढ़ें : खुशखबरी : 15 जून से प्रवासी मजदूरों को मिलेगा रोजगार

यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : सिलसिला रुका नहीं तो…

यह भी पढ़ें :  अखिलेश और प्रियंका ने उठाये सवाल तो एटलस के मालिक को मिला नोटिस

69 हज़ार शिक्षक भर्ती रद्द हो, उच्चस्तरीय जांच हो: वीरेंद्र चौधरी

उधर उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने भी इस मामले पर सोमवार को एक प्रेस वार्ता कर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है।उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि यूपी में 69 हज़ार शिक्षक भर्ती व्यापम की तरह बड़ा घोटाला है। भाजपा ने चुनाव से पहले घोषणा किया था कि युवाओं को रोजगार देगी लेकिन सरकार ने युवाओं के साथ धोखाधड़ी किया है।

ये भी पढ़े:  तालाबंदी में श्रमिक अपने घर न लौटते तो क्या करते ?

ये भी पढ़े:  कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट बन रहे माइनिंग साइट्स

इस पूरी भर्ती को रद्द किया जाए और इसकी उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए। शिक्षक भर्ती घोटाले पर यूपी कांग्रेस पार्टी ने प्रेस वार्ता आयोजित किया, प्रेसवार्ता को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी, विधान परिषद दल नेता दीपक सिंह, महासचिव मनोज यादव, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दीपंकर सिंह, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष रोहित राणा और इलाहाबाद विवि उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने संबोधित किया।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बीरेंद्र चौधरी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार के संरक्षण में गिरोह चल रहा है जो इस शिक्षक भर्ती में युवाओं के साथ धोखाधड़ी किया। 69 हज़ार शिक्षक भर्ती को तत्काल निरस्त किया जाए और इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सैकड़ों करोड़ रुपए का घोटाला है। भाजपा को बताना चाहिए कि क्या ऐसे घोटालों से वह चुनाव का पैसा इकठ्ठा कर रही है।

वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि केएल पटेल जोकि शिक्षा माफिया है, इस भर्ती में इलाहाबाद में उसकी भूमिका सामने आई है और केएल पटेल तो छोटी मछली हैं। जांच होगी तो बड़े बड़े लोग सामने आएंगे।

ये भी पढ़े:  Corona : यही रफ्तार रही तो जल्द ब्रिटेन को पीछे छोड़ देगा भारत

ये भी पढ़े:  अगर मंदिर और शॉपिंग मॉल जाने की सोच रहे हैं तो रखें इन बातों का ध्यान

यूपी का व्यापम है शिक्षक भर्ती घोटाला: दीपक सिंह

विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश का व्यापमं है। इसके पहले भी 68500 शिक्षक भर्ती में भी गड़बड़ी हुई थी। कोर्ट ने फटकार लगाई थी और कहा था कि सरकार कुटिल राजनीति कर रही है।

उन्होंने कहा कि अब 69 हज़ार भर्ती प्रक्रिया में शुरू से युवाओं के साथ धोखाधड़ी हुई। हर परीक्षा की तरह इस परीक्षा में भी पेपर लिक हुआ है। टॉपर का पता नहीं चल रहा था, पता चला तो उसे राष्ट्रपति का नाम पता नहीं है।

 

उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में शिक्षा विभाग में एक बड़ा नेटवर्क चल रहा है। एक शिक्षिका 25 जगह से वेतन ले रहीं हैं। यह सब मुख्यमंत्री जी के संरक्षण में गिरोह चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस इलाहाबाद के शिक्षा माफिया की बात सामने आई है। उनके तार मुख्यमंत्री तृतीय से जुड़ा हुआ है कि नहीं इसकी जांच होनी चाहिए।

ये भी पढ़े:  चुनौतीपूर्ण है कोरोना काल में अध्ययन-अध्यापन

ये भी पढ़े:   न्यूजीलैंड में अब एक भी कोरोना का मरीज नहीं

ये भी पढ़े:  लॉक डाउन की तरह सैनेटाइज़र का भी सम्मान, मेडिकल कालेज ने किया सलाम

एमआरसी के जरिये सरकार दलितों-पिछड़ों के हक़ पर डाका डाल रही है सरकार: मनोज यादव

प्रदेश कांग्रेस महासचिव मनोज यादव ने कहा कि एक तरफ से पूरी ही संदिग्ध है। एमआरसी की प्रक्रिया से आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का भारी नुकसान हुआ है। यह सरकार सामाजिक न्याय की हत्या करने पर उतारू है। तमाम जिलों से सूची में फेरबदल किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार दलितों पिछड़ों के हक़ पर डाका डाल रही है।

प्रेसवार्ता की एनएसयूआई के रोहित राणा, अखिलेश यादव और यूथ कांग्रेस के दीपंकर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। इस सरकार में कोई ऐसी भर्ती नहीं है जो निष्पक्ष हुई हो।

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com