जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली – संसद का मानसून सत्र इस समय खासा गरमाया हुआ है। विपक्ष कई मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है। इसी बीच मंगलवार, 5 अगस्त 2025 को कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
प्रियंका गांधी ने कोर्ट की टिप्पणी पर उठाए सवाल
प्रियंका गांधी ने कहा,“माननीय न्यायाधीशों के प्रति पूरा सम्मान रखते हुए मैं ये कहना चाहती हूं कि वे यह तय नहीं करते कि सच्चा भारतीय कौन है। विपक्ष के नेता का काम है सरकार से सवाल पूछना, और वही मेरा भाई कर रहा है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि राहुल गांधी कभी भी भारतीय सेना के खिलाफ कुछ नहीं कहेंगे, क्योंकि वह सेना का बेहद सम्मान करते हैं। प्रियंका ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को ‘गलत व्याख्या’ करार दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा था?
दरअसल, मामला जुड़ा है 9 दिसंबर 2022 की उस घटना से, जब भारत और चीन की सेनाओं के बीच झड़प की खबरें आई थीं। इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा था कि “चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया है”, जिसे लेकर उनके खिलाफ निचली अदालत ने समन जारी किया था। इसी आदेश के खिलाफ राहुल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने तल्ख लहजे में पूछा:
-
“आपको कैसे पता चला कि चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया?”
-
“बिना सबूत ऐसा बयान क्यों दिया?”
-
“अगर आप सच्चे भारतीय हैं तो ऐसी बातें नहीं कहेंगे।”
अदालत ने राहुल को सलाह दी कि ऐसे गंभीर मुद्दे सोशल मीडिया पर नहीं बल्कि संसद में उठाए जाएं।
ये भी पढ़ें-फैशन से राजनीति तक का सफर: शाइना एनसी बनीं शिवसेना की राष्ट्रीय प्रवक्ता
संसद में बढ़ा सियासी तापमान
प्रियंका गांधी की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है जब संसद का मानसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ा हुआ है। विपक्ष SIR डेटा घोटाला, ऑपरेशन सिंदूर और महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार से जवाब मांग रहा है। वहीं अब सुप्रीम कोर्ट बनाम विपक्षी नेता के बयानबाजी ने राजनीतिक सरगर्मी और बढ़ा दी है।