
जुबिली न्यूज़ डेस्क
राजधानी लखनऊ में बदमाशों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दिनों हजरतगंज में विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन हत्याकांड को लोग भुला भी नहीं पाए थे कि लखनऊ बक्शी तालाब थाना क्षेत्र के बलखेम गांव में एक पुजारी की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी गई ।
आज सोमवार की सुबह कुटिया में पुजारी का खून से लथपथ शव पड़ा मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और देखते ही देखते तमाम लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और डॉग स्क्वायड एवं फिंगरप्रिंट दस्ते की टीम ने छानबीन की, लेकिन यह पता नहीं चल सका की पुजारी की हत्या किसने और क्यों की।
जानकारी के मुताबिक बक्शी तालाब थाना क्षेत्र के बराखेम गांव के पास स्थित एक मंदिर में 58 वर्षीय पुजारी अमरनाथ तिवारी पूजा पाठ के साथ मंदिर की देखभाल करते थे। बताया गया कि रोज की तरह स्थानीय लोग उक्त मंदिर में सोमवार की सुबह पूजा पाठ करने गए तो देखा कि पुजारी का खून से लथपथ शव मंदिर में पड़ा था।
यह माजरा देख लोग दंग रह गए और आनन-फानन में इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। मंदिर के भीतर फर्श पर उनका शव पढ़ा था और मंदिर में रखा सामान भी बिखरा पड़ा हुआ था।
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सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और डॉग स्क्वायड व फिंगरप्रिंट दस्ते के साथ छानबीन की। जांच में जुटे पुलिस अफसरों का कहना है कि मामले में कई दिशाओं में पड़ताल की जा रही है।
वही मृतक पुजारी के भाई राम लखन तिवारी का कहना है कि भाई एक संत और पुजारी था जो कि विभिन्न जनपदों मथुरा, काशी, वृन्दावन की यात्रा करके वो इसी गांव में अपनी कुटिया बनाये हुए थे, और इस हत्या मामले में किसी के भी ऊपर कोई शक नही और न ही किसी से हमारी पुरानी रंजिश थी।
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