जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली. देश को टीवी मुक्त बनाने के लिए सरकार एक बड़ी पहल करने जा रही है।भारत को टीबी मुक्त करने के लिए आज से पूरे देश में विशेष अभियान की शुरुआत होगी.देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और पीएम मोदी इस अभियान की शुरुआत करेंगे. इसके लिए मोदी सरकार अब राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के राज्यपालों और उपराज्यपालों को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने का फैसला किया है.
टीवी मुक्त अभियान
बता दे कि टीबी मुक्त राष्ट्र बनाने के लिए राज्यपाल और उपराज्यपाल को ‘निक्षय दूत’ बनाया जाएगा. बता दें कि इस अभियान के तहत तपेदिक नियंत्रण में सामुदायिक भागादारी बढ़ाने के लिए 9 लाख रोगियों को आम लोगों, गैरसरकारी संगठनों, कंपनियों सहित कई अन्य समूहों से गोद लेने का अह्वान किया जाएगा.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक देश में तकरबीन 13 लाख तपेटिक रोगी हैं, जिनमें कई सरकारी और गैरसरकारी संगठनों ने 9 लाख रोगियों को गोद लेने पर सहमति जताई है. शेष रोगियों ने कहा है कि वह इलाज कराने में खुद ही सक्षम हैं. पिछले कई दिनों से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इसको लेकर प्रयास किए जा रहे थे. उन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि अब सरकार टीबी मरीजों को गोद लेने का ऐलान करने जा रही है. सरकार की नई योजना के मुताबिक अब आप टीबी मरीज को गोद ले सकेंगे लेकिन आपको उनके लिए पोषण आहार भेजने होंगे.
ऐसे कर सेकेंगे मदद
बता दे कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु आज टीबी मुक्त भारत कैंपेन का आगाज करेंगी, इसके तहत साल 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है और 2030 तक दुनिया से टीबी मुक्त किया जाएगा. इस प्रक्रिया में टीबी मरीज को गोद लेने पर हर महीने 1000 रुपये कीमत वाली न्यूट्रिएंट्स किट मरीज को भेजनी होगी. इस किट में न्यूट्रीशन वैल्यू के हिसाब से महीने भर के पोषण आहार की जानकारी वेबसाइट पर मौजूद होगी कि क्या-क्या और कितना मात्रा में होना चाहिए.
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