जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनाव में ‘वोट चोरी’ के गंभीर आरोप लगाने के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राहुल ने इसे संविधान के खिलाफ अपराध बताया, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकतंत्र, संविधान और देश को बचाने का समय आ गया है। बीजेपी ने इन आरोपों को पूरी तरह अतार्किक करार दिया।
पार्टी के भीतर हाल के दिनों में बागी तेवर दिखाने वाले वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने भी राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन किया। थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा—
“ये गंभीर सवाल हैं, जिनका समाधान सभी दलों और मतदाताओं के हित में जरूरी है। हमारा लोकतंत्र इतना मूल्यवान है कि इसे अक्षमता, लापरवाही या जानबूझकर छेड़छाड़ से नष्ट नहीं होने दिया जा सकता। चुनाव आयोग को तत्काल एक्शन लेना चाहिए और देश को लगातार स्थिति से अवगत कराना चाहिए।”
महादेवपुरा में धांधली का आरोप
राहुल गांधी ने कर्नाटक की बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए दावा किया कि यहां वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर हेरफेर की गई। उनके मुताबिक, यह ‘मॉडल’ कई निर्वाचन क्षेत्रों में अपनाया गया ताकि बीजेपी को फायदा हो।
राहुल के अनुसार, महादेवपुरा में 1,00,250 वोट चोरी हुए, जबकि बीजेपी ने यह सीट 32,707 वोटों के अंतर से जीती। उन्होंने आरोप लगाया कि—
- 11,965 डुप्लीकेट वोटर्स बनाए गए।
- 40,009 फर्जी पते इस्तेमाल हुए।
- 10,452 वोटर्स एक ही पते पर दर्ज मिले।
- 4,132 वोटर्स फर्जी फोटो के साथ लिस्ट में जोड़े गए।
- 33,692 नए वोटर्स को फॉर्म-6 का गलत इस्तेमाल कर जोड़ा गया।
उन्होंने यहां तक कहा कि एक मतदाता आदित्य श्रीवास्तव का नाम चार अलग-अलग स्थानों पर वोटर लिस्ट में दर्ज है।
राहुल ने दावा किया कि इस धांधली के सबूत जुटाने में उनकी टीम को छह महीने लगे। साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग वोटर लिस्ट को मशीन-रीडेबल फॉर्मेट में उपलब्ध नहीं कराता ताकि गड़बड़ियां उजागर न हो सकें।