समाजवादी पार्टी ने यूपी में वोटर लिस्ट को लेकर बड़ा मुद्दा उठाया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने कहा कि राज्य की 403 विधानसभा सीटों पर करीब 15 करोड़ 42 लाख मतदाता दर्ज हैं…
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का मुद्दा तूल पकड़ता दिख रहा है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर 2003 से अब तक की सभी वोटर लिस्ट उपलब्ध कराने की मांग की है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने कहा कि वर्तमान में 403 विधानसभा क्षेत्रों में करीब 15 करोड़ 42 लाख मतदाता दर्ज हैं। उन्होंने तर्क दिया कि 2003 के बाद कई बार पोलिंग स्टेशनों का पुनर्गठन हुआ है, जिसमें लाखों मतदाताओं के बूथ और मतदान केंद्र बदल गए हैं। ऐसे में इन बदलावों को पहचानने और त्रुटिरहित सूची बनाने के लिए पुराने रिकॉर्ड जरूरी हैं।
ये भी पढ़ें –बिहार SIR केस: सुप्रीम कोर्ट ने आधार को माना 12वां वैध दस्तावेज, नागरिकता का सबूत नहीं
बिहार SIR केस: सुप्रीम कोर्ट ने आधार को माना 12वां वैध दस्तावेज, नागरिकता का सबूत नहीं
पार्टी का कहना है कि निर्वाचन आयोग को यह वोटर लिस्ट नि:शुल्क उपलब्ध करानी चाहिए, ताकि बीएलओ को बीएलए सूची को सही करने में आसानी हो सके। सपा का मानना है कि विशेष पुनरीक्षण के दौरान मतदाता सूची को शून्य करके घर-घर जाकर सत्यापन किया जाएगा, इसलिए पुराने दस्तावेज़ों की मदद लेना आवश्यक है।
इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में पीड़ितों को न्याय नहीं मिल रहा है और बड़े मामलों में सत्ता के दबाव में समझौते कराए जा रहे हैं। अखिलेश ने आरोप लगाया कि विरोध करने वालों को धमकाया जाता है और उनके बयान जबरन बदलवाए जाते हैं।
SIR को लेकर उठे सवालों और सपा की इस मांग से उत्तर प्रदेश की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है। पार्टी ने संकेत दिए हैं कि अगर उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वे इस मुद्दे को और आक्रामक तरीके से उठाएंगे।