- आश्रम संचालक बाबा चैत्यानंद सरस्वती 5 दिन की पुलिस कस्टडी में
जुबिली स्पेशल डेस्क
दिल्ली के वसंत कुंज स्थित आश्रम के संचालक बाबा स्वामी चैत्यानंद सरस्वती को छात्राओं के यौन शोषण मामले में पटियाला हाउस कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। अदालत ने उन्हें पांच दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। अब दिल्ली पुलिस उनसे सख्त पूछताछ करेगी।
छात्राओं को बनाया निशाना
पुलिस के अनुसार, चैत्यानंद पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) की छात्रवृत्ति योजना के तहत पोस्ट-ग्रेजुएट मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स में पढ़ रही छात्राओं का शोषण करने के आरोप हैं। 4 अगस्त को भारतीय वायुसेना मुख्यालय से शिकायत मिलने के बाद वह फरार हो गया था।
ग्रेड घटाने की धमकी देकर शोषण
जांच में सामने आया कि आरोपी बाबा देर रात छात्राओं को कमरे में बुलाता था और उनकी ग्रेड कम करने या फेल करने की धमकी देकर जबरन यौन शोषण करता था। इस मामले में संस्थान की तीन वार्डनों के बयान भी दर्ज किए गए हैं, जिन पर बाबा की मदद करने और आपत्तिजनक संदेश मिटाने का आरोप है।
16 साल तक शोषण के सबूत
पुलिस को लगभग 50 छात्राओं के मोबाइल से वॉट्सऐप चैट मिले हैं, जिनमें जबरन शारीरिक संबंध और आपत्तिजनक संदेशों के सबूत हैं। यह सिलसिला करीब 16 साल तक चला। साथ ही, सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने की साजिश भी सामने आई है। DVR को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
पहले भी बच निकला था
इससे पहले भी 2009 और 2016 में चैत्यानंद पर छेड़खानी के आरोप लगे थे, लेकिन वह हर बार बच निकला। अगस्त 2025 की शुरुआत में 17 छात्राओं ने डिफेंस कॉलोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उस वक्त वह लंदन में था, लेकिन बाद में उसकी लोकेशन आगरा में मिली। उसने हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दी थी, जिसे बाद में वापस ले लिया।
लग्जरी कार से फर्जी यूएन लोगो बरामद
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि बाबा की लग्जरी वॉल्वो कार से कई फर्जी नंबर प्लेट मिलीं, जिन पर संयुक्त राष्ट्र (UN) का नकली लोगो लगा था। जांच में साफ हुआ कि ये प्लेटें असली नहीं थीं, बल्कि आरोपी ने खुद तैयार करवाई थीं। फिलहाल कार को जब्त कर लिया गया है।