न्यूज़ डेस्क
चीन से चौंकाने वाली ख़बरें आई हैं। वह भी एक नहीं बल्कि दो-दो। इनमें पहली ख़बर तो ये है कि संभवत: पहली बार चीन ने पूरे जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा मानने के संकेत दिए हैं। वहीं दूसरी यह कि चीन ने अपनी महात्वाकांक्षी बीआरआई (बॉर्डर रोड इनीशिएटिव) परियोजना में भारत को भागीदार के तौर पर प्रदर्शित किया है।

अमेरिका ने भी इस बार फोरम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। इन सबके बीच चीन का एक आश्चर्यचकित करने वाला रूख सामने आया है। इस फोरम के दौरान चीन ने BRI रूट का एक नक्शा जारी किया जिसमें पूरे जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा दिखाया है।
बीजिंग में शुरू हुए तीन दिवसीय BRI सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं 37 देश। इसी सम्मेलन में चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने जारी किया यह नक्शा।
इस नक्शे में भारत को भी BRI का हिस्सा दिखाया गया है। बता दें कि भारत ने इस समिट का बहिष्कार किया है। इससे पहले 2017 में BRI के पहले समिट में भी भारत शामिल नहीं हुआ था। इस समिट में 37 देश शामिल हो रहे हैं।
बीआरआई का मकसद राजमार्गों, रेल लाइनों, बंदरगाहों और सी-लेन के नेटवर्क के माध्यम से एशिया, अफ्रीका और यूरोप को जोड़ने का लक्ष्य है। तीन दिन तक चलने वाले इस समिट की शुरुआत गुरुवार को हुई। ये नक्शा चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री ने पेश किया।
यह नक्शा इसलिए भी चौंकाने वाला है क्योंकि जब भी भारत का शीर्ष नेतृत्व अरुणाचल प्रदेश का दौरा करता है तो चीन विरोध करने लगता है। यही नहींं, अरुणाचल प्रदेश में सीमा पर अकसर भारत और चीन के सैनिकों में टकराव की स्थिति पैदा हो जाती है। इस सम्मेलन से पहले चीन ने बीआरआई को लेकर जारी नक्शे में पाक अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताया था।

हमेशा पाक का साथ देता था चीन, फिर ऐसा कदम!
चीन भारत और पाकिस्तान के मामलों में ज्यादातर पाक का ही साथ देता है। चीन पाकिस्तान से संचालित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने में हमेशा अड़ंगे डालता है। इसके अलावा उसने जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की भी मेजबानी की थी, जिस पर भारत की ओर से कड़ी आपत्ति जताई गई थी।
विशेषज्ञ भी है हैरान
चीन के नए रुख से विशेषज्ञ हैरान हैं। वे पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं यह चीन की कोई नई चाल तो नहीं है, दरअसल वह हर हथकंडा अपनाकर अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना BRI में भारत को शामिल करना चहता है।
कराची में नवंबर, 2018 में चीन वाणिज्य दूतावास पर हुए आतंकी हमले के बाद चीन की सरकारी मीडिया सीजीटीएन ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को पाक के नक्शे से अलग करके दिखाया था।
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