जुबिली स्पेशल डेस्क
पाकिस्तान की राजनीति में बड़ा बवाल मचाते हुए सेना ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को “मानसिक रूप से बीमार” करार दिया है। सेना के प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि जेल में बंद इमरान अब “गद्दारों की भाषा” बोल रहे हैं और आम जनता को सेना के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह बयान उस मुलाकात के सिर्फ तीन दिन बाद आया है, जब इमरान की बहन उज्मा खान ने मुलाकात कर उन्हें पूरी तरह स्वस्थ बताया था। ऐसे में सवाल उठ रहा है—क्या तीन दिन में ही इमरान ‘पागल’ हो गए? या फिर सेना का यह राजनीतिक कदम है?
सेना का पूरा आरोप क्या है?
प्रवक्ता चौधरी ने कहा
- अनुच्छेद 19 में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, “देश को तोड़ने की आज़ादी” नहीं।
- इमरान हर मुलाकात में सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर हमला बोलते हैं।
- किसी को भी “सेना और जनता के बीच खाई” बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मुनीर पर उठ रही नई बहस
सेना का यह बयान ऐसे समय आया है जब ठीक एक दिन पहले ही जनरल आसिम मुनीर को रक्षा प्रमुख बनाया गया है पाकिस्तान में यह तीनों सेनाओं का सबसे शक्तिशाली पद माना जाता है। ब्रिटेन के अखबार द गार्जियन ने इस फैसले को “मुनीर को तानाशाह बनाने” की ओर बढ़ता कदम बताया है। दिलचस्प बात है कि सेना अब तक इमरान पर सीधे हमले से बचती रही, लेकिन मुनीर की नई नियुक्ति के बाद यह पहला बड़ा हमला है।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
