जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली: विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर चुनाव आयोग और विपक्ष के बीच टकराव और तेज होने वाला है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है। इस पर चर्चा के लिए विपक्षी दलों की बैठक हो चुकी है, हालांकि अंतिम फैसला अभी नहीं लिया गया है।
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने बिहार में चल रहे SIR अभियान का विरोध किया था। राहुल गांधी ने बीजेपी और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि “बीजेपी वोट चोरी कर रही है और चुनाव आयोग इसमें उसका साथ दे रहा है।”
चुनाव आयोग की सफाई: ‘आरोप झूठे हैं’
रविवार (17 अगस्त) को चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज किया। आयोग ने कहा कि वोट चोरी का आरोप पूरी तरह झूठा है और इससे न आयोग डरता है और न ही मतदाता। साथ ही आयोग ने जनता से अपील की कि वे अपने मताधिकार का इस्तेमाल जरूर करें।
इससे पहले चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को चुनौती देते हुए सबूत पेश करने को कहा था।
सुप्रीम कोर्ट का दखल
SIR विवाद तब गहराया जब यह सामने आया कि बिहार में वोटर लिस्ट से करीब 65 लाख नाम हटा दिए गए। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप करते हुए आयोग को आदेश दिया था कि सभी हटाए गए नामों को सार्वजनिक किया जाए। आयोग ने कोर्ट के निर्देश के बाद नामों को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है।
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उपराष्ट्रपति चुनाव पर भी मंथन
इसी बीच, उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी विपक्ष में हलचल तेज हो गई है। INDIA गठबंधन के नेता सोमवार (18 अगस्त) शाम को फोन कॉल या वीडियो कॉल के जरिए उम्मीदवार के नाम पर चर्चा कर सकते हैं। विपक्ष जल्द ही अपने उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है। दूसरी ओर, एनडीए ने महाराष्ट्र के गवर्नर सी.पी. राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। वे बीजेपी के अनुभवी नेता और लंबे समय तक आरएसएस से जुड़े रहे हैं।