जुबिली स्पेशल डेस्क
विश्व में अब भी कोरोना का कहर देखने को मिल रहा है। हालांकि दुनिया के कई देशों ने कोरोना के मामले को अच्छी तरह से काबू किया है। भारत जैसे देश में कोरोना पूरी तरह से कमजोर जरूर पड़ा है लेकिन कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व की चिंता जरूर बढ़ा दी है।
ब्रिटेन में कोरोना के इस नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने मुश्किल भरे हालात पैदा जरूर कर दिए है। एक स्टडी में नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर जो दावे किये जा रहे हैं, उससे ब्रिटेन को मुश्किल हालात का एक बार फिर सामना करना पड़ सकता है।
एक स्टडी में दावा किया जा रहा है कि अगले साल में यूके में तीसरी लहर का कहर टूट सकता है। अगले साल जनवरी में ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से यूके में बड़ी लहर का खतरा मंडरा रहा है।
हालांकि इस लहर में हॉस्पिटलाइजेशन शायद कम रहे, लेकिन मामले में रफ्तार देखने को मिल सकती है। इस वजह से यूके में ओमिक्रॉन ने लोगों को दहशत में जरूर डाल दिया है। LSHTM मॉडल ने ब्रिटेन को लेकर कई तरह भविष्यवाणी की है।
इस भविष्यवाणी के तहत ताजा हालात के खराब होने की स्थिति को आंका गया है। इसमें कहा गया है कि अगर यूके में अगर कड़े कदम नहीं उठाये गए तो आने वाले समय में यहां पर ओमिक्रॉन पूरे देश में पांव पसार सकता है।

इस मॉडल में आगे कहा गया है कि वाले समय में ब्रिटेन में डेल्टा से ज्यादा ओमिक्रॉन के मामले सामने आ सकते हैं। इसी वजह से एक्सपर्ट ओमिक्रॉन को खतरे को सोशल डिस्टेंसिगं पर जोर दे रहा है। इसके साथ ही ब्रिटेन में बूस्टर डोज देने पर भी विचार चल रहा है।
ब्रिटेन में भी ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने इसकी पुष्टि की है कि इंग्लैंड के कई क्षेत्रों में ओमिक्रॉन का संक्रमण कम्यूनिटी ट्रांसमिशन पर पहुंच चुका है।

बता दे कि कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से पूरी दुनिया में दहशत का माहौल है। कई देशों में तो लॉकडाउन भी लग गया है। ओमिक्रॉन को लेकर कहा जा रहा है कि यह इतना खतरनाक है कि इस पर कोरोना की वैक्सीन भी कारगर नहीं है।
लेकिन ऐसा नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक अधिकारी का कहना था कि दुनिया में इस समय लगाए जा रहे कोरोना के टीके, कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से लडऩे में सक्षम हैं।
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