जुबिली स्पेशल डेस्क
कंडोम को लेकर इस वक्त बड़ी जानकारी सामने आ रही है। दरअसल भारत में बहुत जल्द कंडोम खत्म होने वाले हैं और इसकी किल्लत से भारत को जूझना पड़ सकता है।
जब से ये खबर बाहर आई तब से युवा वर्ग काफी निराश हुआ है और हर कोई जानता चाहता है कि ऐसा क्या हुआ कि भारत में कंडोम की किल्लत होने वाली है।
अगर ऐसा होता है तो भारत का परिवार नियोजन कार्यक्रम पर इसका गहरा असर पड़ेगा क्योंकि केंद्रीय खरीद एजेंसी, सेंट्रल मेडिकल सर्विसेज सोसाइटी वक्त पर गर्भ निरोधकों की आपूर्ति करने में विफल रही है। वहीं कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि भारत में कंडोम की भारी किल्लत होने वाली है और इसके लिए तैयार रहना होगा लेकिन इस पूरे मामले पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कुछ और ही कहना है।
उसने साफ किया है कि इस तरह की कोई बात नहीं है और उसने इस तरह की रिपोर्ट को गलत और भ्रामक करार दिया है। वहीं रिपोर्ट्स में बताया गया है कि कि अखिल भारतीय कंडोम निर्माता संघ जिसमें कंडोम ब्रांड ‘निरोध’ बनाने वाली कंपनी भी शामिल है, ने सरकार को लेटर लिखकर इस बात के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी कि सीएमएमएस कंडोम की खरीद में विफल रही है।
वहीं सरकार की तरफ से साफ किया है कि सरकार के गर्भ निरोधकों का जो वर्तमान स्टॉक है, वो राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार
सीएमएसएस ने मई, 2023 में परिवार नियोजन कार्यक्रम के लिए 5.88 करोड़ कंडोम खरीदे हैं। ऐसे में सरकार के पास इस वक़्त अच्छी मात्रा में कंडोम है। इसलिए वो परिवार नियोजन कार्यक्रम की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है.
वही मौजूदा वक़्त में NACO (National Aids Control Organisation) को M/S HLL लाइफकेयर लिमिटेड कंपनी से 75% मुफ्त कंडोम की आपूर्ति मिल रही है और हाल की मंजूरी के आधार पर 2023-24 के लिए शेष 25% कंडोम की आपूर्ति CMSS करने वाला है।
जबकि NACO के लिए M/S HLL लाइफकेयर लिमिटेड ने 6.6 करोड़ कंडोम दिए हैं इतने कंडोम वर्तमान की सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त हैं। साथ ही CMSS की खरीद में देरी के कारण कंडोम की कमी का कोई मामला सामने नहीं आया है।
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