जुबिली न्यूज डेस्क
नोएडा। देश को झकझोर देने वाले निठारी हत्याकांड के आरोपी सुरिंदर कोली को अब आज़ादी मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा अंतिम मामले में बरी किए जाने के बाद कोली को बुधवार शाम जेल से रिहा कर दिया गया। अधिकारियों ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की। कोली पिछले कई सालों से ग्रेटर नोएडा की लुक्सर जेल में बंद था।

जेल से रिहाई की पुष्टि
लुक्सर जेल के अधीक्षक बृजेश कुमार ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि सुरिंदर कोली को बुधवार शाम 7:20 बजे जेल से रिहा कर दिया गया। यह रिहाई सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश के बाद की गई, जिसमें कोली को निठारी कांड से जुड़े अंतिम लंबित मामले में भी निर्दोष पाया गया था।
देश को हिला देने वाला निठारी कांड
निठारी हत्याकांड उत्तर प्रदेश के नोएडा के निठारी गांव में 2005 से 2006 के बीच हुआ था। यह मामला उस समय सामने आया था जब कई बच्चों और महिलाओं के लापता होने की शिकायतें दर्ज की गईं और बाद में उनके अवशेष मोनिंदर सिंह पंढेर के घर के पास नाले से बरामद हुए थे।
जांच के दौरान इस केस में मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरिंदर कोली को गिरफ्तार किया गया था। दोनों पर हत्या, बलात्कार, नरभक्षण और साक्ष्य नष्ट करने जैसे गंभीर आरोप लगे थे।
सुप्रीम कोर्ट ने बरी किया
सुरिंदर कोली को निठारी कांड से जुड़े कई मामलों में सीबीआई की विशेष अदालत और बाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दोषी ठहराया था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने सबूतों की समीक्षा के बाद पाया कि अभियोजन पक्ष आरोपी की दोषसिद्धि को “संदेह से परे” साबित नहीं कर पाया।इसी आधार पर अदालत ने कोली को सभी लंबित मामलों से बरी कर दिया।
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सालों बाद मिली राहत
करीब 18 साल जेल में बिताने के बाद अब कोली पूरी तरह से रिहा हो गया है। इससे पहले उसके सह-अभियुक्त मोनिंदर सिंह पंढेर को भी अदालत ने बरी कर दिया था। निठारी कांड को भारत के सबसे भयावह सीरियल मर्डर केसों में गिना जाता है, जिसने समाज और सिस्टम दोनों को झकझोर कर रख दिया था।
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