जुबिली स्पेशल डेस्क
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट कर दिया कि फिलिस्तीन को स्वतंत्र राज्य का दर्जा नहीं दिया जाएगा।
अपने संबोधन में उन्होंने 7 अक्टूबर 2023 के हमास हमले की तुलना अमेरिका में 9/11 आतंकी हमले से करते हुए कहा कि येरुशलम से मात्र एक मील दूर फिलिस्तीन को राज्य का दर्जा देना वैसा ही होगा, जैसे 11 सितंबर के बाद न्यूयॉर्क के पास अल-कायदा को राज्य दे देना।
नेतन्याहू ने इस मांग को “पागलपन और अस्वीकार्य” करार दिया। उन्होंने साफ कहा कि इजराइल किसी भी परिस्थिति में दो-राष्ट्र समाधान को मंजूर नहीं करेगा।
उनके बयान पर मौजूद अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने जोरदार तालियाँ बजाकर समर्थन जताया, जिससे यह साफ हो गया कि अमेरिका इजराइल के रुख के साथ खड़ा है।
हालाँकि नेतन्याहू का भाषण शुरू होने से पहले कई देशों के प्रतिनिधि हॉल से बाहर चले गए थे। इसके बावजूद इजराइली प्रतिनिधिमंडल और अमेरिकी प्रतिनिधियों ने तालियों से उनका मनोबल बढ़ाया। अपने संबोधन में उन्होंने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को ध्वस्त करने और हमास को लगातार खतरे के रूप में पेश किया।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बयानबाजी से पश्चिम एशिया में तनाव और गहराने की संभावना है।