जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव बेहद करीब है। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव की डेट का ऐलान निर्वाचन आयोग कर सकता है क्योंकि उसने अब तैयारियां शुरू कर दी है।
दूसरी तरफ राजनीतिक दलों में अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गए है। लोकसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने बड़ा ऐलान किया है। दरअसल सोमवार को निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रचार में बच्चों और नाबालिग को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार में बच्चों और नाबालिग को शामिल न करने की हिदायत दी है।
इतना ही नहीं अगर किसी ने इसका उलघंन किया तो उस पर सख्त एक्शन लिया जायेगा। इसको लेकर निर्वाचन आयोग ने सख्य निर्देश जारी किए हैं और कहा है कि आम चुनाव में प्रचार के पर्चे बांटते हुए, पोस्टर चिपकाते हुए, नारे लगाते हुए या पार्टी के झंडे बैनर लेकर चलते हुए बच्चे या नाबालिग नहीं दिखने चाहिए।

निर्वाचन आयोग ने एक प्रेस विज्ञाप्ति जारी करते हुए इस पर विस्तार से जानकारी दी है। चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि अगर कोई ऐसा करता है और बच्चों को शामिल करना तो उस पर सख्त एक्शन लिया जायेगा और ये बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस गाइडलाइन में साफ कर दिया गया है कि किसी भी तरीके से बच्चों का राजनीतिक अभियान में शामिल करना, जिसमें कविता पाठ करना, गीत, नारे या बच्चों के द्वारा बोले गए शब्द या फिर उनके द्वारा किसी भी राजनीतिक पार्टी या उम्मीदवार के प्रतीक चिन्हों का प्रदर्शन करना शामिल है। चुनाव अभियान संबंधी गतिविधियों में बच्चों को शामिल करना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
आयोग ने कहा कि अगर कोई भी दल अपने चुनाव प्रयास में बच्चों को शामिल करते हुए पाया गया तो बाल श्रम से संबंधित सभी अधिनियम, कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी को कार्रवाई करने के जिम्मेदारी दी गई है।
अभी तक इस पर राजनीतिक दलों की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई लेकिन चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि अगर किसी ने अपने चुनाव प्रचार में बच्चों को शामिल किया तो उसकी खैर नहीं है और उसपर सख्त एक्शन लिया जायेगा।
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