समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव आज लखनऊ में दो साल के बाद पत्रकारों से रूबरू हुए। समाजवादी पार्टी की अखिलेश के हाथों में कमान आने के बाद मुलायम सिंह ने सार्वजनिक तौर पर पत्रकारवार्ता से दूरी रखी रखी थी। लेकिन इस बार वह फिर मीडिया से मुखातिब हुए।
मुसीबत के बीच खड़ी पार्टी और कानूनी जाल में फंसे दिग्गज नेता आजम खान के बचाव उतरे मुलायम ने कहा कि आजम खान को झूठे मुकदमे लगाकर फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आजम ने सारी जिंदगी मेहनत की और चंदे की रकम से जौहर विश्वविद्यालय बनाया। आजम ने विधायक कोटे की राशि यूनिवर्सिटी को बनाने में खर्च की। लेकिन योगी सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है जो कि पूरी तरह से गलत है।
मुलायम ने कहा कि आजम को देश भर में बदनाम किया जा रहा है। भीख मांग-मांग कर यूनिवर्सिटी बनाई। गरीबों की लड़ाई लड़ने वाले आदमी पर सरकार गलत आरोप लगाया जा रहा है।

बता दें कि समाजवादी पार्टी अपने अस्तित्व के बाद सबसे मुश्किल दौर में खड़ी है। पार्टी के दिग्गज नेता पार्टी से किनारा कर रहे हैं। मुलायम सिंह यादव ने अस्सी के दशक के अंतिम सालों में सपा का गठन किया था और उसके बाद पार्टी चार पर सत्ता में रही। लेकिन आज पार्टी की स्थिति ये है कि उसके लोकसभा में पांच सदस्य हैं और राज्य विधानसभा में 47 विधायक।
जबकि मंदिर आंदोलन के दौर में पार्टी को अच्छी सीटें मिली हैं। वहीं मुलायम परिवार में दो फाड़ हो चुके हैं। मुलायम सिंह के छोटे भाई शिवपाल सिंह ने अपनी अलग पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी( लोहिया) बना ली है और लोकसभा चुनाव में प्रसपा ने समाजवादी पार्टी को कई सीटों पर नुकसान पहुंचाया है। जब से अखिलेश यादव ने पार्टी कमान अपने हाथों में ली है तब से पार्टी लगातार चुनावों में हार रही है।
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