जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार की सियासत में एक बार फिर नई हलचल शुरू हो गई है। ‘हम’ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य सरकार में लघु जल संसाधन मंत्री डॉ. संतोष सुमन ने वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी को एनडीए में शामिल होने का खुला प्रस्ताव दिया है। उन्होंने साफ कहा कि एनडीए ही सहनी और उनके समाज के हित में बेहतर साबित होगा।
संतोष सुमन ने दावा किया कि मुकेश सहनी महागठबंधन से नाराज़ हैं और अगर वह 60 सीटों की मांग कर रहे हैं तो उन्हें राजद कभी स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “अगर सहनी एनडीए में आना चाहें तो उनका स्वागत है। एनडीए के साथ आकर ही वह अपने समाज और राज्य के विकास में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं।”
चिराग को लेकर भी सियासी संदेश
संतोष सुमन ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान को भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर चिराग पासवान बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाना चाहते हैं, तो उन्हें केंद्र की जिम्मेदारी छोड़नी चाहिए। “जनता को यह भरोसा देना होगा कि वह दो नावों की नहीं, एक ही नाव की सवारी कर रहे हैं,” सुमन ने कहा।
दलित या अल्पसंख्यक सीएम पर सवाल
इसके साथ ही डॉ. संतोष सुमन ने महागठबंधन पर बड़ा सवाल खड़ा किया। उन्होंने पूछा कि क्या राजद और कांग्रेस गठबंधन की ओर से किसी दलित या अल्पसंख्यक चेहरे को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की हिम्मत दिखा पाएंगे? उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन सिर्फ तुष्टिकरण और जातीय उन्माद की राजनीति कर रहा है।
सुमन ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव अपने पिता की इच्छा पूरी करने के नाम पर खुद को महागठबंधन का एकतरफा मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं, जबकि गठबंधन में अन्य दलों के नेताओं की राय की अनदेखी की गई है।
अब ये देखना होगा कि उनके इस नये ऑफर पर मुकेश सहनी अगला कदम क्या उठाते हैं लेकिन तेजस्वी यादव के लिए मुश्किल हालात पैदा जरूर हो गए है।