मल्लिका दूबे
गोरखपुर। यूपी के गोरखपुर में दो बेटों ने प्रापर्टी के लिए मां को मौत के घाट उतार दिया। खून के सबसे करीबी रिश्ते को कलंकित करने की इस वारदात में उनकी सहयोगी बनी बड़े बेटे की पत्नी। मां के ही खून से हाथ रंगने वाले बेटे शक के दायरे में तब फंसे जब गला दबाकर की गयी हत्या के मामले में उनकी बजाय बेटी ने तहरीर दी। 29 मार्च से ही असल कातिल की पुलिसिया तलाश 6 अप्रैल को पूरी हुई और मां के हत्यारे दोनों बेटों और बड़ी बहू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
गला दबाकर की गयी थी हत्या
गोरखपुर के गुलरिहा थानाक्षेत्र में मदरहवा टोला बनगाई की बुजुर्ग सोनमती की लाश 29 मार्च को घर पर ही मिली थी। पुलिस की शुरुआती जांच में ही यह बात सामने आ गयी कि सोनमती की गला दबाकर हत्या की गयी। घर पर जिस तरह सोनमती की लाश मिली, उससे पुलिस का शक घर के लोगों पर ही टिका। इस बीच सोनमती की बिटिया ने मुकदमा दर्ज कराने को तहरीर दी तो पुलिसिया शक की सूई बेटों की तरफ घूमने लगी।

मां के हिस्से की जमीन पर थी बेटों की नजर
सोनमती के पति रामरतन की मौत के बाद जमीन का बंटवारा हो गया। साढ़े तेरह डिस्मिल जमीन सोनमती के नाम आयी। बड़ा बेटा राजकुमार निषाद और छोटा बेटा रोहित अपने-अपने हिस्से की जमीन बेच चुके हैं। अब उनकी नजर मां के हिस्से की जमीन पर गड़ गयी। दोनों उस पर जमीन बेचने का दबाव बना रहे थे लेकिन मां तैयार नहीं थी। इसके बाद दोनों बेटों आैर बड़े बेटे की पत्नी किरन ने मिलकर प्रापर्टी के रास्ते में कांटा बन रही मां को ही रास्ते से हटाने की प्लानिंग कर डाली। वारदात वाली रात छोटे बेटे ने मां का हाथ दबोचा आैर बड़ी बहू ने पैर। इसके बाद बड़े बेटे ने गला दबाकर मां को मौत की नींद सुला दिया।
पड़ोसी को फंसाने की फिराक में थे कलयुगी बेटे
खुद को मां की हत्या में फंसता देख दोनों बेटे 6 अप्रैल को गिरफ्तार होने से पहले सोनमती के दोनों कातिल बेटे एसएसपी से मिले थे। उन्होंने पड़ोसी पर मां की हत्या का शक जताकर खुद बचने की कोशिश की थी। इस बीच बहन ने पुलिस को मां आैर भाइयों के बीच अनबन की वजह बता दी थी। पुलिस ने जब सख्ती की तो दोनों कातिल बेटे शिकंजे में फंस गये। पुलिस ने दोनों बेटों आैर बड़ी बहू को जेल भेज दिया है।
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