न्यूज़ डेस्क
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके चलते लोग सड़क पर उतर कर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं तो कहीं ये प्रदर्शनकारी उग्र हो जा रहे हैं। इस बीच मेरठ एसपी सिटी अखिलेश नारायण का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसके बाद से लगातार बवाल मचा हुआ है।
वायरल हो रहे वीडियो की कई राजनीतिक दलों की ओर से मेरठ एसपी की आलोचना की जा रही है। इस कड़ी में अब बसपा प्रमुख भी शामिल हो गयी हैं। उन्होंने रविवार को ट्वीट कर इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। साथ ही उन्होंने मेरठ एसपी सिटी को बर्खास्त करने की भी मांग की है।
मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि, ‘उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से जो मुसलमान रह रहे हैं वे भारतीय है, ना कि पाकिस्तानी। यानी सीएए और एनआरसी के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ SP सिटी द्वारा उनके प्रति साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी करना अति निन्दनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।
ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच करानी चाहिये और दोषी पाए जाने पर उनको तुरन्त नौकरी से बर्खास्त करना चाहिये। बीएसपी की यह मांग है।’
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा था कि बीजेपी ने संस्थाओं में साम्प्रदायिक जहर घोल दिया है। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
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