जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. बिहार में कोरोना संक्रमण बड़ी तेज़ी से अपने पाँव पसार रहा है. पटना हाईकोर्ट के कई जज और कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल और जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा की खंडपीठ ने बिहार सरकार से कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रान के खतरे से निबटने की तैयारियों और ज़रूरी स्वास्थ्य संसाधनों के सम्बन्ध में विस्तृत रिपोर्ट तलब की है.
यह पहला मौका नहीं है जब हाईकोर्ट ने सरकार से कोरोना संक्रमण से लड़ने सम्बन्धी संसाधनों की रिपोर्ट माँगी हो. इससे पहले भी हाईकोर्ट ने सरकार से स्वास्थ्य व्यवस्था खासकर आक्सीजन के उत्पादन और भंडारण के सम्बन्ध में विस्तृत रिपोर्ट माँगी थी.

एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस की खंडपीठ ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण बहुत तेज़ी से फैल रहा है. हाईकोर्ट के कुछ जज और कर्मचारी भी संक्रमित हो चुके हैं. इस वजह से हाईकोर्ट ने यह फैसला किया है कि मंगलवार से मुकदमों की सुनवाई वर्चुअल माध्यम से की जायेगी.
हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि ओमिक्रान के बढ़ते खतरे के मद्देनज़र सरकार तत्काल उन कमियों को दूर करे जिसकी वजह से ज़रूरत पड़ने पर दिक्कत आती है. सरकार आक्सीजन के उत्पादन और भंडारण का व्यापक तौर पर इंतजाम करे. सरकार स्वास्थ्य संबंधी छोटी से छोटी चीज़ पर नज़र रखे और क्या तैयारियां की गई हैं उसके बारे में हाईकोर्ट को भी बताये.
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