न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में सरकार बनने में जितनी देर हो रही है, उस बीच राजनीति लगातार दिलचस्प होती जा रही है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का साथ छोड़ सरकार बनाने का सपना देख रही शिवसेना लगातार मुख्यमंत्री पद की मांग को लेकर अड़ी हुई है।
मंगलवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाने साधते हुए कहा कि शिवसेना के नेतृत्व में महाराष्ट्र मे सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। इसके बाद संजय राउत बोले कि बीजेपी ने हमें धोखा दिया है। शरद पवार को लेकर उन्होंने कहा कि शरद पवार को समझने में कई जन्म लग जाएंगे।

उन्होंने कहा कि पवार साहेब का कद बड़ा है, प्रधानमंत्री उनकी तारीफ कर सकते हैं। संजय राउत ने कहा कि हम किसानों के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे, ये मुलाकात शरद पवार की अगुवाई में ही होगी।
दूसरी ओर सोनिया गांधी और शरद पवार की मुलाकात के बाद से जिस रास्ते को तलाशा जा रहा है, उसकी भूमिका तैयार करने के लिए आज एनसीपी-कांग्रेस के नेता साथ बैठेंगे। अजित पवार, जयंत पाटिल, प्रफुल पटेल समेत एनसीपी के अन्य नेता दिल्ली में आज कांग्रेस के अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट से मिलेंगे। नेताओं के बीच राज्य में सरकार गठन को लेकर चर्चा होगी।
गौरतलब है कि शिवसेना लगातार उम्मीद लगाए बैठे है कि जल्द ही राज्य में सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री उनका होगा। लेकिन एनसीपी और कांग्रेस के साथ अभी बातचीत चल ही रही है। शरद पवार के सोनिया गांधी से मिलने के बाद शिवसेना के संजय राउत भी उनसे मिलने पहुंचे थे, राउत ने मुलाकात के बाद कहा कि सभी पार्टियां चाहती हैं कि राज्य से राष्ट्रपति शासन खत्म होना चाहिए।

बताते चले कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के बयान ने शिवसेना खेमे की चिंता बढ़ा दी है। पवार ने सोमवार को मुलाकात के बाद कहा था कि उन्होंने न तो शिवसेना और न ही सरकार बनाने के बारे में सोनिया गांधी से बात की। पवार ने कहा कि सोनिया गांधी से सरकार के गठन को लेकर उनकी चर्चा ही नहीं हुई। वहीं कांग्रेस ने भी पत्ते नहीं खोले हैं।
पवार ने कहा कि सरकार गठन की बात है तो भाजपा-शिवसेना से पूछिए क्योंकि वे साथ मिलकर चुनाव लड़े थे। शिवसेना की विचारधारा को लेकर सोनिया गांधी की आपत्ति सरकार बनाने में आड़े आने के सवाल को भी पवार ने यह कहकर खारिज कर दिया कि जब कांग्रेस अध्यक्ष से सरकार पर बात ही नहीं हुई तो यह सवाल कहां। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी मिलकर भविष्य का फैसला लेंगे।
पवार के इस बयान से शिवसेना के न केवल नेता, बल्कि कार्यकर्ता भी भ्रम की स्थिति में पहुंच गए हैं। बदली परिस्थिति में शिवसेना के नेता पर्दे के पीछे से कहने लगे हैं कि पार्टी के लिए यह अच्छा होगा कि वह पवार की बीजेपी के साथ दोबारा सरकार बनाए।
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 19, 2019
उधर, इस पूरे मुद्दे को लेकर रोज ट्वीट करने वाले शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ‘अगर जिंदगी में कुछ पाना हो तो तरीके बदलो इरादे नहीं…जय महाराष्ट्र।’ उनका ट्वीट इस बात के संकेत दे रहा है कि शिवसेना सरकार बनाने के लिए अन्य विकल्पों पर विचार कर रही है।
इससे पहले राउत ने शरद पवार के बयान पर कहा था, ‘सरकार बनाने की जिम्मेदारी शिवसेना की नहीं थी। यह जिनकी जिम्मेदारी थी, वे भाग निकले हैं। लेकिन मुझे भरोसा है कि हम जल्दी ही सरकार बना लेंगे।’ अब तक सरकार बनाने का दावा करने वाले संजय राउत का अब जिम्मेदारी की बात कहना बताता है कि कहीं न कहीं कुछ पेच जरूर फंस गया है।
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