जुबिली न्यूज डेस्क
मौनी अमावस्या की रात प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना संगम नोच के अलावा झूसी के सेक्टर-21 में भी हुई. घटना की चश्मदीद यूपी टूरिज्म की प्रमोटर तान्या मित्तल ने कई आरोप लगाए. उनका कहना है कि लोगों की सांस घुट रही थी. वह मर रहे थे. उनकी मदद को कोई नहीं था. उन्होंने हायर अथॉरिटी को फोन किए, कहीं से मदद नहीं मिली.

सबको कॉल किया, लोकेशन भी भेजी’
तान्या मित्तल ने बताया ‘कौन अपनी जान जोखिम में डालता है, कहना आसान होता है.’ उन्होंने बताया ‘मैंने सबको कॉल किया, सबके नंबर थे. मैंने लोकेशन भेजी, लेकिन कोई मदद नहीं आई.’ तान्या ने बताया ‘मैंने हायर अथॉरिटी को कॉल किया. मैं नाम नहीं ले सकती, सब मेरे खिलाफ हो गए हैं. मुझे अच्छा करने के बाद मुझे क्या मिला. किसी अधिकारी ने नहीं पूछा क्या हुआ तुम्हारे साथ.’ तान्या ने बताया ‘कुछ तो अपने बच्चों को छोडकर चले गए. वह 4 घंटे बाद वापस आए लेने के लिए.’ वह कहती हैं ‘क्या इन लोगों को मुआवाज नहीं मिलना चाहिए?’
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तान्या ने मायूस होते हुए कहा ;अगर मैं मर जाती तो ज्यादा अच्छा रहता. दो कैंडल जलती मार्च निकालता.’ वो कहती हैं ‘ये सही है क्या? किसी अधिकारी को मुझे फोन नहीं आया मैं बुखार में हूँ.’ उन्होंने हादसे के बाद मेले की व्यवस्थाओं पर कहा कि ‘मैनेजमेंट खराब था. क्या प्रशासन ने वीआइपी इंतजाम किया? पीपे के पुल सारे बंद थे.मीडिया सेंसिटिव नहीं है.’
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