जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। पहले से महंगाई की मार झेल रही जनता पर लखनऊ नगर निगम ने एक और बोझ डाल दिया है। मंगलवार को हुई नगर निगम सदन की बैठक में कई सेवाओं और व्यवसायों के लाइसेंस शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव पास हो गया। नए फैसलों का सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ेगा।
पार्किंग शुल्क
अब चारपहिया वाहन चालक को एक घंटे की पार्किंग के लिए 15 रुपये और दोपहिया चालक को 7 रुपये देने होंगे। पहले चार घंटे के लिए कार से 20 और बाइक से 10 रुपये शुल्क लिया जाता था।
नई दरें
- 1 घंटा: दोपहिया 7 रुपये, चारपहिया 15 रुपये
- 2 घंटे: दोपहिया 15 रुपये, चारपहिया 30 रुपये
- 24 घंटे: दोपहिया 57 रुपये, चारपहिया 120 रुपये
मासिक पास: दोपहिया 855 रुपये, चारपहिया 1800 रुपये
- मनोरंजन पर असर
- मल्टीप्लेक्स: प्रति स्क्रीन प्रति शो 300 रुपये
- सिंगल स्क्रीन: प्रति शो 100 रुपये
- स्वास्थ्य सेवाओं पर असर
- नर्सिंग होम/प्रसूति गृह (50 बेड तक): 7500 से बढ़कर 13,000 रुपये
- पैथोलॉजी लैब: 5000 से बढ़कर 10,000 रुपये
- स्पष्ट है कि इलाज और टेस्ट अब महंगे हो जाएंगे।
- शराब की दुकानें
- मॉडल शॉप: 60,000 से बढ़कर 85,000 रुपये
- कंपोजिट दुकान (अंग्रेजी + बियर): 75,000 रुपये
- बियर शॉप: 30,000 रुपये
- ई-रिक्शा, ऑटो और टेंपो
- मालिक: 800 रुपये वार्षिक
- चालक: 200 रुपये वार्षिक
किराए पर वाहन देने वाले: 1000 रुपये सालाना
- पानी और सीवर
- पानी का टैंकर: 1 घंटे के लिए 500 रुपये, 24 घंटे के लिए 1000 रुपये
- सेप्टिक टैंक की सफाई: दूरी के अनुसार 1200 से 1600 रुपये
नगर निगम के इस फैसले से जीवन के हर पहलू—आवागमन, इलाज, मनोरंजन, पानी और शराब—सबकी कीमत बढ़ने जा रही है। आम जनता अब इसे महंगाई की एक और नई मार के रूप में देख रही है।