- पीएम मोदी के रोड शो से दूरी पर सियासी गलियारों में बढ़ी हलचल
 
जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना (बिहार): बिहार की राजनीति में इन दिनों सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा?
मुख्यमंत्री नीतीश न तो पीएम मोदी की किसी चुनावी सभा में मंच साझा कर रहे हैं और न ही पटना में हुए रोड शो में नज़र आए। इसी वजह से सियासी हलकों में चर्चा तेज़ है कि क्या जेडीयू और बीजेपी के बीच मतभेद गहराते जा रहे हैं?
एनडीए में ‘सीएम फेस’ को लेकर असमंजस
चुनावी माहौल के बीच यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर 4 नवंबर तक बीजेपी यह साफ नहीं करती कि नीतीश कुमार ही एनडीए के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, तो वे कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।
राजनीतिक विश्लेषक कन्हैया वेलारी ने बताया,
“रविवार को पीएम मोदी का पटना में रोड शो था। हमने सुबह ही एक्स (X) पर पोस्ट कर दिया था कि नीतीश कुमार इसमें शामिल नहीं होंगे। वे चाहते हैं कि एनडीए सार्वजनिक रूप से उन्हें सीएम फेस घोषित करे, जैसे महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को किया था।”
वेलारी के मुताबिक, जब एनडीए ने अपना संकल्प पत्र जारी किया और उसमें ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई, तो नीतीश कुमार कुछ देर मंच पर रहकर वहां से चले गए जिससे सियासी संकेत और गहरे हो गए।

पोस्टरों में नीतीश, लेकिन बीजेपी खामोश
जेडीयू लगातार अपने पोस्टरों पर “आगामी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार” का नारा लगा रही है, लेकिन बीजेपी अब तक इस पर खुलकर कुछ नहीं कह रही। यही बात नीतीश की नाराज़गी की वजह मानी जा रही है।
वेलारी के अनुसार,“बीजेपी को 4 नवंबर तक का समय दिया गया है। कई नेता उन्हें मनाने पहुंचे, लेकिन वे नहीं माने। अगर 4 नवंबर के बाद भी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई, तो बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।”
जेडीयू ने नाराज़गी की बात को किया खारिज
हालांकि, जेडीयू ने किसी भी तरह की नाराज़गी से इनकार किया है। पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा,“मुख्यमंत्री जी बिल्कुल नाराज़ नहीं हैं। सभी नेता अपने-अपने क्षेत्रों में व्यस्त हैं। 2020 में भी तेजस्वी यादव महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार थे, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बने। इस बार भी वही स्थिति है।”
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कई बार साफ कहा है कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रहा है।“अमित शाह पहले ही कह चुके हैं कि बिहार में सीएम की कोई वैकेंसी नहीं है। 2025 में भी नारा वही रहेगा फिर से नीतीश,” नीरज कुमार ने कहा।
बीजेपी ने कहा-“दो जिस्म, एक जान” जैसी साझेदारी
बीजेपी प्रवक्ता कुंतल कृष्णा ने भी नाराज़गी की खबरों को खारिज किया।“हमारे नेताओं ने बार-बार कहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही एनडीए चुनाव लड़ रहा है। यहां मुख्यमंत्री की कोई वैकेंसी नहीं है। मामला ‘दो जिस्म, एक जान’ जैसा है, नीतीश आज भी मुख्यमंत्री हैं और आगे भी रहेंगे,” उन्होंने कहा।
विपक्ष ने कहा ‘नूरा कुश्ती’ चल रही है
वहीं, विपक्ष ने इस पूरे प्रकरण पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी और जेडीयू जनता को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं।आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा,“बीजेपी अब भी नीतीश के नेतृत्व को पूरी तरह स्वीकार नहीं कर रही। दोनों पार्टियां मिलकर दिखावटी टकराव कर रही हैं यह सब एक राजनीतिक नूरा कुश्ती है।”
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