जुबिली स्पेशल डेस्क
इज़रायल और ईरान के बीच जारी तनाव अब खुली जंग में तब्दील हो चुका है। इज़रायल लगातार ईरान के शहरों को निशाना बना रहा है और भीषण बमबारी कर भारी तबाही मचा रहा है। बीते दिन भी इज़रायली सेना ने तेहरान के एटमी कारखाने समेत कई अहम ठिकानों पर बम गिराए, जिससे ईरान को भारी नुकसान हुआ है।
इस बीच AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को एक अहम मानवीय मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने एक ट्वीट के ज़रिए जानकारी दी कि ईरान में कुल 1,595 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं, जिनमें 140 मेडिकल छात्र तेहरान यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे हैं।
इसके अलावा, इराक में भी 183 भारतीय श्रद्धालु संकट की स्थिति में फंसे हैं। ओवैसी ने भारत सरकार से इन सभी लोगों की तत्काल सुरक्षित निकासी की अपील की है और संबंधित अधिकारियों को ज़रूरी जानकारी मुहैया कराई है।
जहां पहले यह माना जा रहा था कि ईरान शायद दबाव में आकर पीछे हट जाएगा, वहीं अब तस्वीर पूरी तरह बदलती नजर आ रही है। ईरान ने भी ताबड़तोड़ मिसाइल हमलों से इज़रायल को करारा जवाब दिया है। शनिवार रात ईरानी सेना ने ‘ट्रू प्रॉमिस 3’ ऑपरेशन के तहत इज़रायली राजधानी तेल अवीव पर मिसाइलों की बारिश कर दी और शहर को खंडहर में बदल देने का दावा किया।
AIMIM चीफ ओवैसी ने फंसे भारतीयों को लेकर जताई चिंता, सरकार से की सुरक्षित वापसी की अपील
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक ट्वीट के ज़रिए ईरान और इराक में फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा, “ईरान में 1,595 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं, जिनमें से 140 मेडिकल छात्र तेहरान यूनिवर्सिटी में हैं। इसके अलावा, 183 भारतीय श्रद्धालु इराक में फंसे हुए हैं।”
ओवैसी ने बताया कि उन्होंने PAI (Parliamentary Affairs and Information) के संयुक्त सचिव आनंद प्रकाश से संपर्क कर सभी ज़रूरी जानकारियां साझा कर दी हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से तत्काल निकासी अभियान चलाने की मांग की है। AIMIM प्रमुख ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और तेलंगाना सीएम ऑफिस से अपील की कि वे इन भारतीय नागरिकों की सुरक्षित और शीघ्र वापसी सुनिश्चित करें।