Thursday - 11 January 2024 - 1:07 AM

शिकागो हवाई अड्डे पर तीन महीने छिपकर रहने वाला भारतीय बरी

जुबिली न्यूज डेस्क

कोरोना काल में अमेरिका से भारत स्थित अपने घर जाने के बजाय तीन महीने तक शिकागो हवाई अड्डे पर ही छुपकर रहने वाले एक भारतीय आदित्य सिंह को अदालत ने बरी कर दिया है। आदित्य को जनवरी में गिरफ्तार किया गया था।

कुक काउंटी की जज एड्रिएने डेविस ने फिलहाल आदित्य सिंह को अनधिकृत प्रवेश के आरोपों से बरी कर दिया। शिकागो ट्रिब्यून अखबार ने लिखा है कि इसके लिए सिंह के वकील को जिरह तक नहीं करनी पड़ी।

लेकिन 37 वर्षीय आदित्य सिंह का अदालत में आना जाना अभी लगा रहेगा। उन पर अपने इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटिरिंग सिस्टम का उल्लंघन करने का भी आरोप है।

फिलहाल अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि जज डेविस ने किस आधार पर आदित्य सिंह को बरी किया है।

आदित्य सिंह को 16 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि शिकागो हवाई अड्डे का प्रबंधन देखने वाली ट्रांसपोर्टेशन सिक्यॉरिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा था कि उन्होंने एयरपोर्ट के किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया था।

आदित्य ने कुछ गलत नहीं किया

विमानन विभाग की प्रवक्ता क्रिस्टीन कैरिनो ने उनकी गिरफ्तारी के बाद बताया था, “श्री सिंह ने ना तो किसी नियम का उल्लंघन किया ना किसी जगह अवैध प्रवेश किया। वह उसी तरह आए जैसे दसियों हजार लोग रोज आते हैं।”

कैरिनो ने यह भी कहा था कि हम आदित्य सिंह के मकसद को लेकर कोई अटकल नहीं लगाएंगे। उन्होंने कहा, “उनके मकसद का हमें नहीं पता। उन्होंने सुरक्षित क्षेत्र में रुके रहने का फैसला किया और अपनी गिरफ्तारी तक एक यात्री के तौर पर माहौल में घुलने-मिलने की पूरी कोशिश की।”

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पहली बार जब आदित्य सिंह को अदालत में पेश किया गया था तो कुक काउंटी जज सुजाना ऑरटिज ने काफी हैरत जताई थी।

तब उन्होंने कहा था, “तो, अगर मैं ठीक समझ रही हूं, आप मुझे बता रहे हैं कि एक अनधिकृत व्यक्ति, जो कर्मचारी भी नहीं है, कथित तौर पर ओ हेयर हवाई अड्डे के टर्मिनल पर 19 अक्टूबर 2020 से 16 जनवरी 2021 तक रहता रहा और किसी को पता भी नहीं चला। मैं इसे ठीक से समझना चाहती हूं।”

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जज ऑर्टिज ने कहा था, “जितनी देर का यह मामला है, उसके लिए अदालत इन तथ्यों और हालात को बेहद हैरतअंगेज पाती है। चूंकि हवाई अड्डे को लोगों की सुरक्षित यात्रा के लिए एकदम सुरक्षित होना चाहिए, मुझे तो इन आरोपों से लग रहा है कि वह (आदित्य सिंह) समुदाय के लिए खतरा हैं।”

क्या है मामला?

आदित्य सिंह लगभग छह साल पहले अमेरिका गए थे। वह अपनी मास्टर्स डिग्री के लिए वहां पढ़ाई कर रहे थे और कैलिफॉर्निया के ऑरेंज में रह रहे थे।

पिछले साल अक्टूबर में उन्होंने भारत जाने के लिए लॉस एंजेलिस से फ्लाइट ली। शिकागो उनका पहला स्टॉप था, लेकिन वहां से आगे सिंह कभी नहीं गए और एयरपोर्ट पर ही तीन महीने तक रुके रहे।

जनवरी में पुलिस ने सिंह को तब गिरफ्तार किया जब युनाइटेड एयरलाइन्स के कर्मचारियों ने देखा कि उन्होंने एक बैज पहना हुआ है, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट एक एयरपोर्ट ऑपरेशंस मैनेजर ने की थी।

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आदित्य ने पुलिस को बताया कि वह एयरपोर्ट पर इसलिए रहे क्योंकि कोरोनावायरस महामारी के कारण उन्हें विमान में उड़ान भरने से डर लग रहा था। उन्होंने कहा कि आने-जाने वाले यात्रियों से मिले खाने पर ही इतने दिन तक जिंदा रहे।

आदित्य की एक दोस्त ने शिकागो ट्रिब्यून अखबार को बताया कि मैसेज पर उनकी बातचीत हुई और उस बातचीत में सिंह ने बताया कि वह लोगों के साथ अपने हिंदू और बौद्ध विश्वासों के बारे में बात करने का आनंद ले रहे थे। ऐसे ही एक संदेश में आदित्य ने लिखा था, “इस अनुभव के कारण मैं आध्यात्मिक रूप से बढ़ रहा हूं। मुझे पता है कि मैं ज्यादा मजबूत होकर बाहर आऊंगा।”

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