जुबिली स्पेशल डेस्क
गुवाहाटी. नवंबर से गुवाहाटी में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच शुरू होने जा रहा है। यह मैदान टेस्ट क्रिकेट की मेजबानी के लिए पहली बार तैयार है, इसलिए उत्साह काफी ज्यादा है। लेकिन भारतीय टीम और उसके फैंस की उम्मीदों के बावजूद स्थिति पहले मैच की तरह आसान नहीं है।
कोलकाता टेस्ट में मिली हार के बाद टीम इंडिया को अब हर हाल में गुवाहाटी टेस्ट जीतना जरूरी है। अगर यह मैच ड्रॉ भी रहा, तो टीम घर में एक साल के भीतर दूसरी बार टेस्ट सीरीज हार जाएगी।
लेकिन टीम की मुश्किलें तब और बढ़ गईं जब कप्तान शुभमन गिल गर्दन की चोट से जूझ रहे हैं और फिलहाल पूरी तरह फिट नहीं हैं।
उनके खेलने का निर्णय अभी तय नहीं है। गिल के न होने की स्थिति में कोच गौतम गंभीर के सामने बड़ा सवाल है: उनकी जगह किस खिलाड़ी को टीम में शामिल किया जाए।
टीम स्क्वॉड में उनके विकल्प तीन हैं: साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल और ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी।
सुदर्शन या पडिक्कल
यदि टीम सुदर्शन या पडिक्कल को चुनती है, तो बैटिंग ऑर्डर में बाएं हाथ के बल्लेबाजों की संख्या बढ़ जाएगी। कोलकाता टेस्ट की तरह साउथ अफ्रीकी ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर और पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर एडन मार्करम को इसका फायदा मिल सकता है।
एक विकल्प यह है कि टीम रेड्डी को मौका दे। इससे ऑर्डर में दाएं हाथ के बल्लेबाजों की संख्या थोड़ी बढ़ जाएगी, लेकिन रेड्डी की फॉर्म चिंता का विषय है। युवा ऑलराउंडर पिछले इंग्लैंड दौरे और वेस्टइंडीज सीरीज में बल्ले से पूरी तरह तैयार नहीं दिखे। हाल ही में इंडिया ए और साउथ अफ्रीका ए के बीच वनडे में भी उन्होंने केवल 37 रन बनाए।
कुल मिलाकर, टीम इंडिया गुवाहाटी टेस्ट से पहले ‘आगे कुआं, पीछे खाई’ जैसी स्थिति में है। गिल की चोट और विकल्पों की अनिश्चितता के कारण कोच गंभीर के लिए टीम का बैलेंस तय करना आसान नहीं है।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
