जुबिली स्पेशल डेस्क
एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला 28 सितंबर को होगा, जहां जसप्रीत बुमराह भारतीय टीम के सबसे बड़े हथियार साबित हो सकते हैं।
दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में शुमार बुमराह इस बार भी पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर निर्णायक भूमिका निभाएंगे। भारत-पाकिस्तान के मैच हमेशा से ही जबरदस्त रोमांच लेकर आते हैं, और फाइनल का दबाव दोनों टीमों के लिए भारी होता है। ऐसे में भारत के सितारों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
बुमराह का पाकिस्तान के खिलाफ रिकॉर्ड भी काफी प्रभावशाली है। टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 6 मैचों में 7 विकेट लिए हैं, साथ ही 6.77 की कमाल की इकॉनमी से विपक्षी बल्लेबाजों को झकझोरा है।
कुल मिलाकर बुमराह ने पाकिस्तान के खिलाफ 14 मैच खेले हैं और 14 विकेट अपने नाम किए हैं, जो उनकी क्षमता का प्रमाण है।
हालांकि इस एशिया कप में बुमराह ने अब तक 4 मैचों में 5 विकेट लिए हैं, लेकिन उनका प्रभाव टीम पर बड़ा है। उनकी मौजूदगी से ही विपक्षी टीम दबाव में आ जाती है। सुपर 4 के मुकाबले में पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाया था, लेकिन बुमराह के पास अनुभव की पूरी ताकत है और वे जानते हैं कि फाइनल में इन्हें कैसे मात देनी है।
भारतीय गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने भी बुमराह की भूमिका को लेकर नई रणनीति अपनाई है। वे चाहते हैं कि बुमराह को मध्य और अंतिम ओवरों के बजाय पावरप्ले में ज्यादा इस्तेमाल किया जाए। मोर्कल का मानना है, “पावरप्ले में गेंदबाजी करना मुश्किल होता है, लेकिन जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज के लिए यह कोई बड़ी चुनौती नहीं। नई गेंद से विकेट लेना आसान होता है और पावरप्ले में दबाव बनाना बेहद जरूरी है।”
इस रणनीति पर पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने सवाल उठाए थे, क्योंकि वे मानते हैं कि बुमराह का इस्तेमाल अंतिम ओवरों में करना ज्यादा फायदेमंद होगा।
हालांकि, अब फाइनल में यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम इंडिया बुमराह का उपयोग कैसे करती है। बुमराह दोनों छोरों से विपक्षी बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं, और टी20 में पॉवरप्ले में उनके 70 विकेट इस बात का प्रमाण हैं कि वे इस भूमिका में माहिर हैं।
तो फाइनल में बुमराह की गेंदबाजी की रणनीति क्या होगी और वे पाकिस्तान के बल्लेबाजों को कैसे रोकेंगे, यह मुकाबला देखने लायक होगा। एक बात तय है, जसप्रीत बुमराह की मौजूदगी भारत की जीत की संभावना को और मजबूत कर देती है।