जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट ने शनिवार को एक अहम आदेश में राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक मेहराज मलिक को आगामी राज्यसभा चुनाव में मतदान की अनुमति सुनिश्चित की जाए। यह आदेश कोर्ट ने AAP विधायक की ओर से दाखिल उस याचिका पर दिया, जिसमें उन्होंने 23 अक्टूबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में भाग लेने और 24 अक्टूबर को राज्यसभा चुनाव में वोट डालने की मांग की थी।

कठुआ जेल से भेजे गए पोस्टल बैलेट
मेहराज मलिक 8 सितंबर से कठुआ जेल में जन सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत बंद हैं। राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को सूचित किया गया कि कठुआ जेल में पोस्टल बैलेट पहले ही भेजे जा चुके हैं, ताकि विधायक Malik मतदान कर सकें।
राज्यसभा चुनाव के लिए कुल 3 पोस्टल बैलेट भेजे गए हैं। यह इसलिए, क्योंकि राज्यसभा की 4 में से 2 सीटों पर अलग-अलग और 2 पर एक साथ चुनाव हो रहा है। ऐसे में हर विधायक के पास 3 वोट डालने का अधिकार होगा।
कोर्ट में क्या हुआ?
जस्टिस राजेश सेखरी की एकल पीठ ने सरकार को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि“यह सुनिश्चित किया जाए कि हिरासत में रहते हुए भी विधायक मेहराज मलिक को संविधान के तहत मिले मताधिकार का उपयोग करने से वंचित न किया जाए।”
AAP विधायक की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल पंत, एसएस अहमद, मुजफ्फर इकबाल खान, अप्पू सिंह सलाथिया, तारिक मुगल और एम. जुल्करनैन चौधरी ने दलीलें पेश कीं। वकीलों ने कोर्ट से अनुरोध किया कि मामले की तत्काल सुनवाई और निपटारा जरूरी है, क्योंकि चुनाव बहुत नजदीक है।
सरकार का पक्ष
सरकार की ओर से सीनियर एडिशनल एडवोकेट मोनिका कोहली और सीनियर एडवोकेट सुनील सेठी पेश हुए। उन्होंने बताया कि सरकार ने शुक्रवार को ही आवेदन पर जवाब दाखिल किया है, हालांकि कोर्ट ने कहा कि वह रिकॉर्ड में नहीं है।
सरकार ने यह भी दलील दी कि उन्होंने पोस्टल बैलेट पहले ही संबंधित अथॉरिटी को भेज दिए हैं, ताकि विधायक अपनी पसंद के अनुसार मतदान कर सकें।
NC बनाम BJP: राज्यसभा चुनाव में सीधी टक्कर
जानकारी के अनुसार, नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने 4 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 3 उम्मीदवारों को टिकट दिया है। ऐसे में मुकाबला काफी करीबी और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
विधानसभा सचिव और राज्यसभा चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर मनोज पंडित ने मेहराज मलिक के लिए 3 पोस्टल बैलेट कठुआ जेल में भेजने की पुष्टि की है।
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हाई कोर्ट ने AAP विधायक को वोटिंग की अनुमति देने का आदेश दिया
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विधायक मेहराज मलिक PSA के तहत कठुआ जेल में बंद हैं
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3 पोस्टल बैलेट भेजे गए, हर विधायक के पास 3 वोट
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अदालत ने कहा – संविधान प्रदत्त मताधिकार से किसी को वंचित न किया जाए
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NC और BJP के बीच राज्यसभा की 4 सीटों पर सीधा मुकाबला
मेहराज मलिक जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आम आदमी पार्टी के इकलौते विधायक हैं। उनकी गिरफ्तारी पर AAP पहले ही सवाल उठा चुकी है और इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया था। अब कोर्ट के इस आदेश के बाद Malik को राज्यसभा चुनाव में वोट देने का संवैधानिक अधिकार मिला है, जो लोकतंत्र की दृष्टि से अहम माना जा रहा है।
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