जुबिली स्पेशल डेस्क
एनडीए की तीसरी बार सरकार बनी है और नौ जून को एक बार फिर नरेंद्र मोदी एक बार फिर पीएम की जिम्मेदारी को संभाल लिया है।
उधर अब लोकसभा में विपक्ष का नेता कौन होगा इसको लेकर चर्चा तेज हो गई है। कांग्रेस चाहती है कि राहुल गांधी को ये जिम्मेदारी सौंपी जाये लेकिन बड़ा सवाल है कि इंडिया गठबंधन के नेता क्या राहुल गांधी के नाम पर तैयार होंगे।
इस बीच कल शनिवार को CWC की अहम बैठक हुई,जिसमे राहुल गांधी को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद का प्रस्ताव दिया गया था। हालांकि अभी ये पता नही चल सका है कि इस प्रस्ताव पर राहुल गांधी ने क्या कहा लेकिन कल प्रेस वार्ता में मल्लिकार्जुन खडगे ने हंसते हुए राहुल गांधी से कहा था, “अगर आप (राहुल गांधी) नेता प्रतिपक्ष बनने का प्रस्ताव स्वीकार नहीं करेंगे, तो मैं आपके ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर दूंगा। “

जब प्रेस वार्ता में इस बारे में खरगे से पूछा गया तो खरगे ने इस पर गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि जब कोई निर्णय होगा तो वह इसकी घोषणा करेंगे। इसी दौरान राहुल गांधी ने मुस्कुराते हुए कहा, “पर आपने धमकी तो दी थी।
बता दें कि पूरे चुनाव में राहुल गांधी ने मोदी और पूरी बीजेपी को चुनौती दी है और उनकी वजह से कांग्रेस ने इस बार अच्छा प्रदर्शन किया है और उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस फिर से मजबूत होगी और राज्यों के चुनाव में उसको फायदा मिलेगा।
लोकसभा चुनाव 2024 में भले ही कांग्रेस सत्ता से दूर रह गई हो लेकिन देश की सबसे पुरानी पार्टी एक बार फिर अपने पैरों पर खड़ी होती हुई नजर आ रही है।
पिछले दस सालों से सत्ता से दूर रही कांग्रेस अब 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी की लहर को पलट कर रख दिया और 99 सीट जीतकर एक बार ये बता दिया है कि कांग्रेस अभी खत्म नहीं हुई और अब जनता अब भी उसे प्यार करती है।
बीजेपी पूरे चुनाव में 400 का नारा बुलंद कर रही थी लेकिन जनता ने उसे सिर्फ 240 सीटों पर रोक दिया है।
इससे साफ पता चल रहा है कि देश में अब मोदी लहर सिर्फ नाम की है और गठबंधन सरकार बनना भी इसी तरफ इशारा कर रही है। कल तो जो सरकार अपने अकेले कोई भी फैसला लेती थी लेकिन मौजूदा वक्त में अब उसके लिए गठबंधन सरकार चलाना सबसे बड़ी चुनौती होगी। इस सब के बीच राहुल गांधी ने अकेले ही मोदी सरकार को चुनौती दी है।
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