जुबिली न्यूज डेस्क
गुजरात में शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अगुवाई में नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह महात्मा मंदिर, गांधीनगर में भव्य तरीके से आयोजित किया गया। इस दौरान गुजरात मंत्रिमंडल का बड़ा विस्तार देखने को मिला जिसमें कुल 25 मंत्रियों ने शपथ ली।
हर्ष संघवी बने गुजरात के नए डिप्टी सीएम
शपथ समारोह की सबसे बड़ी घोषणा रही — हर्ष संघवी को उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई। वह जैन समुदाय से आते हैं और युवा नेतृत्व के रूप में पार्टी में तेजी से उभरे हैं।
रीवाबा जडेजा बनीं मंत्री, 35 की उम्र में बड़ी जिम्मेदारी
क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी और जामनगर उत्तर से विधायक रीवाबा जडेजा को भी पहली बार मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। 35 वर्ष की उम्र में मंत्री बनने वाली रीवाबा क्षत्रिय समुदाय का चेहरा मानी जाती हैं।
गुजरात कैबिनेट 2025: इन प्रमुख नेताओं को मिली जगह
नाम | पद | क्षेत्र |
---|---|---|
हर्ष संघवी | उपमुख्यमंत्री | सूरत |
रीवाबा जडेजा | कैबिनेट मंत्री | जामनगर उत्तर |
जितेंद्र वाघाणी | कैबिनेट मंत्री | भावनगर |
अर्जुन मोढवाडिया | कैबिनेट मंत्री | पोरबंदर |
कांति अमृतिया | कैबिनेट मंत्री | मोरबी |
पीसी बरंडा | कैबिनेट मंत्री | भिलोदा |
त्रिकम छंगा | कैबिनेट मंत्री | अंजार (कच्छ) |
नरेश पटेल | कैबिनेट मंत्री | गणदेवी (नवसारी) |
स्वरूपजी ठाकोर | कैबिनेट मंत्री | वाव |
प्रवीण माली | कैबिनेट मंत्री | डीसा |
कुल 25 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई
6 पुराने चेहरों को फिर मौका मिला
9 पुराने मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाया गया
जातीय समीकरण का खास ध्यान
2027 विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाया गया है:
-
8 पाटीदार नेता
-
8 ओबीसी विधायक
-
4 आदिवासी समुदाय
-
3 अनुसूचित जाति से विधायक
-
1 अनाविल ब्राह्मण (कनुभाई)
-
1 जैन (हर्ष संघवी)
-
1 क्षत्रिय (रीवाबा जडेजा)
किन नेताओं को नहीं मिली जगह?
गुजरात कैबिनेट विस्तार 2025 में कुछ प्रमुख चेहरों को बाहर कर दिया गया, जिनमें शामिल हैं:
-
राघवजी पटेल
-
बलवंतसिंह राजपूत
-
कुबेरभाई डिंडोर
-
जगदीश विश्वकर्मा
-
मुकेश पटेल
-
भानुबेन बाबरिया
-
बच्चू खाबर
-
भीखूसिंह परमार
-
कुंवरजीभाई हलपति
वहीं हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर जैसे चर्चित नेताओं को भी जगह नहीं मिली है।
राज्यपाल और हाई-लेवल नेतृत्व की मौजूदगी
इस शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, और कई केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे।
गौरतलब है कि 16 अक्टूबर को भूपेंद्र पटेल सरकार के सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद यह बड़ा फेरबदल हुआ।
2027 चुनाव की तैयारी शुरू
गुजरात कैबिनेट का यह विस्तार 2027 विधानसभा चुनाव की रणनीतिक तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। इसमें युवाओं, महिलाओं, जातियों और क्षेत्रीय संतुलन को साधने की कोशिश साफ नजर आती है।