- वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025
- नीरज चोपड़ा फ्लॉप, सचिन यादव चमके
- मेडल से चूके 40 सेंटीमीटर से
सैय्यद मोहम्मद अब्बास/एजेंसी
जापान के टोक्यो में जारी वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत को बड़ा झटका लगा है। जैवलिन थ्रो इवेंट में ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन फीका रहा और वह टॉप-6 में भी जगह नहीं बना पाए।
लेकिन इसी दौरान भारत के ही सचिन यादव ने सबको चौंकाया। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम को पीछे छोड़ दिया। सचिन मात्र 40 सेंटीमीटर से मेडल जीतने से चूक गए, लेकिन उनके खेल ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया।

कौन हैं सचिन यादव?
यूपी के बागपत जिले के रहने वाले 6 फुट 5 इंच लंबे सचिन यादव शुरुआत में क्रिकेटर बनना चाहते थे। वह धोनी और जसप्रीत बुमराह को अपना आदर्श मानते थे और 19 साल की उम्र तक क्रिकेट खेलते रहे।
लेकिन पड़ोसी और शुरुआती कोच संदीप यादव ने उनके कद और गेंदबाजी एक्शन देखकर उन्हें जैवलिन थ्रो अपनाने की सलाह दी। इसके बाद उनकी जिंदगी ही बदल गई।
बागपत के सचिन यादव बने एथलेटिक्स के नए सितारे : बी.आर. वरुण
लखनऊ जिला एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव एवं वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर ब्रॉन्ज में टेक्निकल ऑफिशियल रह चुके बी.आर. वरुण ने सचिन यादव के प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए कहा कि उन्होंने इतने बड़े मंच पर उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया है। फाइनल में उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा।
बी.आर. वरुण ने आगे कहा कि सचिन यादव ने न सिर्फ नीरज चोपड़ा बल्कि पाकिस्तान के अरशद नदीम को भी पछाड़ा है, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि भविष्य की बड़ी उम्मीद बन चुके सचिन यादव उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के रहने वाले हैं।6 फीट 5 इंच लंबे सचिन की शुरुआत क्रिकेट से हुई थी, लेकिन परिवार के सुझाव पर उन्होंने जेवलिन थाम लिया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार मेहनत और शानदार प्रदर्शन ने उन्हें एथलेटिक्स की दुनिया का उभरता सितारा बना दिया।
उपलब्धियां और रिकॉर्ड
- 2024 में बेंगलुरु में 63वीं राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 80.04 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल।
- कोच्चि फेडरेशन कप (83.86 मीटर) और देहरादून नेशनल गेम्स (84.39 मीटर) में गोल्ड मेडल।
- नेशनल गेम्स 2025 में प्रैक्टिस के दौरान करीब 90 मीटर का फाउल थ्रो, जिसने सभी को चौंका दिया।

चोट और वापसी
साल 2022 में सचिन कोहनी की गंभीर चोट से जूझे और ऑपरेशन तक कराना पड़ा। लंबा ब्रेक लेने के बाद उन्होंने 72 मीटर से शुरुआत की और फिर लगातार मेहनत से 85 मीटर से ऊपर थ्रो करने लगे।
कोचिंग से निखरा खेल
सचिन पहले इंटरनेशनल कोच माइकल एमजी के साथ ट्रेनिंग कर चुके हैं, जिन्होंने भविष्यवाणी की थी कि सचिन 90 मीटर तक थ्रो कर सकते हैं। इसके बाद दिल्ली में कोच नवल सिंह से ट्रेनिंग लेने के बाद उनकी तकनीक और बेहतर हुई और वह चोटों से भी बचते रहे।
अंतरराष्ट्रीय सफलता
साउथ कोरिया में हुई एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में सचिन यादव ने भारत के लिए डेब्यू किया और 85.16 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो कर सिल्वर मेडल जीता। यहां उन्होंने पाकिस्तान के दिग्गज अरशद नदीम को पछाड़ दिया।
भविष्य की उम्मीद
यूपी पुलिस में कार्यरत सचिन यादव ने महज चार साल पहले जैवलिन थ्रो करना शुरू किया था और अब वह भारत के लिए नई उम्मीद बनकर उभरे हैं। एथलेटिक्स जानकार मानते हैं कि वह नीरज चोपड़ा के बाद भारत के अगले बड़े स्टार बन सकते हैं।