जुबिली न्यूज डेस्क
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में पिछले 12 दिनों से बढ़ोतरी हो रही है। शनिवार को दिल्ली में पेट्रोल 39 पैसे प्रति लीटर चढ़ कर 90.58 रुपये पर चला गया। डीजल भी 37 पैसे का छलांग लगा कर 80.97 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया।
राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल 101.22 पर नॉटआउट है तो वहीं मध्य प्रदेश के भोपाल में अपने पहले शतक से केवल 40 पैसे दूर है। हालांकि अनूपपुर जिले में सामान्य पेट्रोल की कीमत पहले ही 100 रुपये का आंकड़ा पार चुकी है। आज यहां 100.98 रुपये लीटर बिक रहा है।

पेट्रोल-डीजल के बढ़ते कीमतों के बीच जनता में हाहाकार मचा हुआ है। वहीं विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है। हालांकि मोदी सरकार की तरफ से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोर्चा संभाला है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “यह अफसोसनाक मुद्दा है और कीमतें में कमी के अलावा कोई भी जवाब लोगों को संतुष्ट नहीं कर सकता। केंद्र और राज्य दोनों को उपभोक्ताओं के लिए उचित स्तर पर खुदरा ईंधन मूल्य में कमी लाने के लिए बात करनी चाहिए।”
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चेन्नई में वित्त मंत्री ने कहा कि OPEC देशों ने उत्पादन का जो अनुमान लगाया था, वह भी नीचे आने की संभावना है जो फिर से चिंता बढ़ा रहा है। तेल के दाम पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। इसे तकनीकी तौर पर मुक्त कर दिया गया है तेल कंपनियां कच्चा तेल आयात करती हैं , रिफाइन करती हैं और बेचती हैं।
बता दें आज केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भी कहा है कि पेट्रोल और डीज़ल के दाम वैश्विक बाज़ार तय करता है, हमने महंगाई कम करने के लिए समय-समय पर दाम घटाया है। भारत सरकार इनके दाम घटाने के लिए कृतसंकल्पित रहती है। वहीं विपक्ष पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है।
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