जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में देशभर के किसान विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार पीछे हटने को तैयार नहीं हो रही है।
इतना ही नहीं किसानों और सरकार के बीच एक नहीं कई दौर की बातचीत हुई लेकिन नतीजा कुछ नहीं रहा है। इसके साथ ही देश का किसान अब आर-पार की लड़ाई लडऩे को तैयार है।
दरअसल गुरुवार को किसानों ने सरकार के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया जिसमें सरकार ने कानून को डेढ़-दो साल निलंबित करने को कहा था। संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक कर एक बार फिर तीनों कृषि कानून को वापस लेने के लिए सरकार से गुहार लगायी है।
ये भी पढ़ें: योगी के किले को भेदने के लिए अखिलेश ऐसे तैयार कर रहें हैं योद्धा
ये भी पढ़ें: अनाज भंडारण के लिए ये कदम उठाने जा रही योगी सरकार

बता दें कि 22 जनवरी को सरकार एवं किसानों के बीच होने वाली 11वें दौर की बातचीत होनी है। ऐसे में किसानों के द्वारा यह फैसला काफी अहम बताया जा रहा है। अब देखना होगा कि सरकार का अगला रूख क्या होता है।
ये भी पढ़ें: इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले TEAM INDIA को लगा झटका
किसान 26 जनवरी को दिल्ली की आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर रैली निकालने की तैयारी में है। हालांकि इसको लेकर पुलिस के साथ किसानों की बैठक भी हुई है लेकिन इसका नतीजा कुछ नहीं रहा।
ट्रैक्टर रैली के लिए पंजाब के 4 जिलों से 1140 ट्रैक्टरों में सवार होकर किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए। अमृतसर से 850 ट्रैक्टरों का जत्था रवाना हुआ। संगरूर से 250 और मोगा से 40 ट्रैक्टर रवाना हुए।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
