जुबिली न्यूज डेस्क
त्योहारों से पहले शामली जिले से मिलावटखोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आदर्श मंडी थाना क्षेत्र के मोहल्ला हरदेव नगर में एक फैक्ट्री में रिफाइंड ऑयल और जहरीले केमिकल मिलाकर रोजाना 10 से 15 क्विंटल नकली पनीर तैयार किया जा रहा था। सूचना पर शुक्रवार को खाद्य विभाग की टीम ने छापेमारी कर दूध और पनीर के सैंपल लिए, जिन्हें जांच के लिए लैब भेज दिया गया है।
त्योहारों में सेहत से खिलवाड़
त्योहारी सीजन में दूध, मावा और पनीर की मांग तेजी से बढ़ जाती है। इसी का फायदा उठाकर मिलावटखोर नकली डेयरी प्रोडक्ट्स तैयार कर बाजार में सप्लाई करने लगते हैं। हरदेव नगर में पकड़ी गई इस फैक्ट्री में दूध में रिफाइंड ऑयल मिलाया जाता था और उसे गाढ़ा करने के लिए खतरनाक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता था।
जब खाद्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो फैक्ट्री कर्मचारियों ने लंबे समय तक गेट खोलने से इनकार किया। लेकिन जब गेट खोला गया, तो अंदर मिलावटी पनीर बनाने का पूरा गोरखधंधा उजागर हो गया।
जांच रिपोर्ट के बाद होगी कड़ी कार्रवाई
फूड इंस्पेक्टर पंकज चौधरी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की गई। मौके से कई सैंपल लिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने त्योहारों में मिलावट पर रोक लगाने के लिए अलर्ट मोड अपना लिया है।
मिलावटी पनीर से स्वास्थ्य को खतरा
डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि मिलावटी पनीर और नकली डेयरी प्रोडक्ट्स सेहत के लिए बेहद खतरनाक होते हैं।
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इससे फूड पॉइजनिंग, आंतों का संक्रमण, लीवर और किडनी की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
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बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं इसका शिकार जल्दी हो जाते हैं।
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त्योहारों में मिठाई और पनीर-आधारित डिशेज की खपत बढ़ने से यह मिलावटखोरी सीधे जनता की जान से खिलवाड़ है।