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नई दिल्ली। गर्भवती महिलाओं को क्या करना चाहिए और क्या नहीं इसे लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं। कभी कोई कुछ कहता है तो कोई कुछ जानकारी देता है। वैसे कौन सी बात किस हद तक सही है ये कहना मुश्किल है। गर्भावस्था में एक्सरसाइज के भ्रम को लेकर भी कई तरह की बातें कही जाती हैं।
कई लोग कहते हैं गर्भावस्था में एक्सरसाइज करना नहीं करनी चाहिए। हालांकि रिसर्च में सामने आया है कि गर्भावस्था में एक्सरसाइज करनी चाहिए।

खास तौर से मोटापे से ग्रस्त गर्भवती महिलाओं के लिए ये बेहद फायदेमंद है। ये रिसर्च कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में हुई है। लेकिन हमारा मानना है कि आप रिसर्च की बात को लेकर डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें क्योंकि कई बार गर्भावस्था के केस अलग होते है।
एक्सरसाइज के हैं ये फायदे
ऐसी महिलाएं को मोटापे से पीड़ित हैं एक्सरसाइज करना उन्हें गर्भावस्था के दौरान कई बीमारियों से बचा सकता है। नियमित रूप से एक्सरसाइज से गेस्टेशन डायबिटीज (गर्भकालीन मधुमेह) के खतरे को भी कम किया जा सकता है।
यही नहीं एक्सरसाइज से बच्चे और मां दोनों को फायदा होता है। गर्भ में पल रहा बच्चा जन्म के बाद भी कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच जाता है। रिसर्च में सामने आया है कि मोटापे से पीड़ित महिलाओं एक्सरसाइज करके अपने बच्चे का स्वास्थ्य भी बेहतर बनाती हैं।

चूहों पर की रिसर्च
गर्भावस्था के दौरान व्यायाम का शरीर और स्वास्थ्य पर क्या असर होता है इस पर रिसर्च करने के लिए चूहों का इस्तेमाल किया गया। इस रिसर्च में सामने आया कि जो चूहे गर्भावस्था में सिर्फ 20 मिनट तक जो ट्रेडमिल पर दौड़े उनके आंतरिक अंगों का स्वास्थ्य सुधरा।
रिसर्च में ये भी पाया गया कि एक्सरसाइज करने से बल्ड शुगर का लेवल भी कंट्रोल में रहता है। सिर्फ यही नहीं, एक्सरसाइज करने से कई दूसरे रोग होने का खतरा भी कम होता है।
मोटापे का होता है बुरा प्रभाव
रिसर्च में सामने आया कि गर्भावस्था के दौरान और इसके बाद महिलाओं में होने वाले मोटापे का भी मां- बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में माना जाता है कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को फिजिकली एक्टिव रहना चाहिए। यानी उन्हें लगातार एक्सरसाइज करनी चाहिए और खुद को सक्रिय रखना चाहिए।
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