जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. अपने दरवाज़े पर आये आठ पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या कर चर्चा में आये कानपुर के दुर्दांद अपराधी विकास दुबे और उसके फाइनेंसरों की 147 करोड़ रुपये की सम्पत्तियों को लेकर यूपी सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जांच कराने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ईडी इन सम्पत्तियों को लेकर आय के स्रोत का पता लगाएगी.

उल्लेखनीय है कि कानपुर के बिकरु गाँव में डिप्टी एसपी के नेतृत्व में पुलिस दल विकास दुबे के घर पर तीन जुलाई 2020 को दबिश देने गया था. विकास दुबे और उसके साथी बदमाशों ने पुलिस दल पर गोलियां बरसाकर आठ पुलिसकर्मियों को शहीद कर दिया था.
इस काण्ड को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश फरार हो गए थे. काण्ड से गुस्साए पुलिसकर्मियों ने विकास दुबे का किले नुमा घर को बुल्डोजर से ज़मींदोज़ करने के बाद अगले तीन-चार दिनों में उसके कई साथियों को मार गिराया था. पुलिस के एक्शन से घबराए विकास दुबे ने एक हफ्ते बाद इंदौर के महाकाल मंदिर में आत्मसमर्पण कर दिया था. जिसे पुलिस ने अगले ही दिन कानपुर लाकर मुठभेड़ में मार गिराया था.
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विकास दुबे की मौत के बाद मुख्यमंत्री ने एसआईटी का गठन कर विकास दुबे काण्ड की जांच सौंपी थी. मुख्यमंत्री ने अब उसकी 147 करोड़ की सम्पत्तियों की जांच ईडी से कराने का फैसला किया है. अपर मुख्य सचिव संजय भूस रेड्डी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल ने विकास दुबे की सम्पत्तियों की जाँच ईडी से कराने की सिफारिश की थी. जिसे आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंज़ूर कर लिया है.
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