जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गंगाघाट कोतावाली क्षेत्र के ऋषिनगर मोहल्ले में भाई- बहन की गला रेत कर हत्या हुई थी। इस मामले की जांच- पड़ताल में पुलिस 24 घंटे के अंदर ही हत्यारे तक पहुंचने में कामयाब हुई है। मामला खुला तो अपने ही हत्यारे निकले जिससे पूरा परिवार हैरान रह गया।

मौसेरे भाई ने ही भाई-बहन की गला रेत कर हत्या की है। जानकारी के अनुसार शुक्लागंज निवासी गोलू ने योजना बनाकर पहले अपनी मौसी मोनू (मृतक अंशिका व राघव की मां) को अपनी पत्नी महक की डिलीवरी होने की सूचना देकर अस्पताल बुलाया। इसके बाद उसने घर पहुंच कर इस घटना को अंजाम दिया।
पहले गोलू अपनी पत्नी को अस्पताल लेकर पहुंचा। उसके बाद बच्चों की मां (अपनी मौसी) को बुलाया। जैसे ही मौसी अस्पताल पहुंची। गोलू वहां से निकल गया और लगातार फोन से संपर्क में बना रहा। इधर गोलू ने पूरी घटना को अंजाम दिया। अंत मे फिर से कॉल करके मौसी से बोला मैं घर गया था पर गेट नहीं खुला इसलिए मैं वापस आ गया।

कुछ देर बाद जब मोनू घर पहुंची तो दरवाजे की कुंडी बाहर से बंद मिली। भीतर दोनों बच्चों के खून से लथपथ शव पड़े मिले। मोनू ने पुलिस से शक जताया। जांच में सर्विलांस से लोकेशन की पुष्टि हुई और पूछताछ में गोलू ने सच उगल दिया।
गंगाघाट एसओ हरप्रसाद अहरवार के अनुसार दो लोगों ने हत्या की घटना को अंजाम दिया है। गोलू लूट के इरादे से घर में आया था। उसे लूट में कुछ नहीं मिला। जिसके बाद पहचान उजागर न हो इसके लिए गोलू ने बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। परिजनों को सांत्वना देने उनके घर सांसद साक्षी महाराज पहुंचे।
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