जुबिली न्यूज डेस्क
आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन ने दिल्ली दंगों पर पुलिस की पूछताछ में विस्फोटक खुलासा किया है। पूछताछ में हुसैन के कबूलनामे चौंकाने वाले हैं। ताहिर हुसैन ने दिल्ली पुलिस के सामने हिंसा का मास्टरमाइंड होने की बात कबूली है। उसने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान कुछ बड़ा करना चाहता था।

गौरतलब है कि फरवरी महीने में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के बीच हुए इस दंगे में कई लोगों की जान गई थी। ताहिर हुसैन ने अपने कबूलनामे में बताया कि जब वो 2017 में आम आदमी पार्टी का पार्षद बना। तब से ही उसके मन में था कि मैं अब राजनीति और पैसों की बदौलत हिंदुओ को सबक सीखा सकता हूं।
ताहिर हुसैन ने कहा, ‘मेरे जानकर खालिद सैफी ने कहां कि तुम्हारे पास राजनीतिक पावर और पैसा दोनों है जिसका इस्तेमाल हिंदुओं के खिलाफ और कौम के लिए करेंगे। मैं इसके लिए हमेशा तैयार रहूंगा।
कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद खालिद सैफी मेरे पास आया और बोला की इस बार अब हम चुप नहीं बैठेंगे। इसी बीच राम मंदिर का भी फैसला आ गया और CAA कानून भी आ गया अब मुझे लगा कि पानी सिर से ऊपर जा चुका है। अब तो कुछ कदम उठाना पड़ेगा।’
ताहिर हुसैन ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल जांच टीम (SIT) को बताया कि वह हिंदुओं को सबक सिखाना चाहता था। दिल्ली पुलिस के दावे के मुताबिक उसने कहा कि वह अपने राजनीतिक ताकत और पैसे का इस्तेमाल कर काफिरों को सबक सिखाना चाहता था। उसने कहा कि वह उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुई हिंसा का मास्टरमाइंड था।
आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ने बताया कि सैफी के कहने के बाद उसने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी। हुसैन ने कहा कि उसने कबाड़ियों से दोगुनी कीमत पर खाली बोतलें खरीदनी शुरू कर दी।
छत पर तेजाब करवाने के लिए भी हुसैन ने चाल चली। उसने पुलिस को बताया, ‘मैंने काबड़ियों से ही अपनी छत और छज्जा साफ करवाने के नाम पर तेजाब की व्यवस्था करने को कहा और उन्हीं से काफी मात्रा में बोतलों में और प्लास्टिक के केन में तेजाब खरीदकर घर के एक कमरे में जमा कर लिया था।
दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि हुसैन ने भारी मात्रा में एसिड, पेट्रोल, डीजल और पत्थर अपने छत पर जमा किया था। उसने दंगे में इस्तेमाल करने के लिए पुलिस स्टेशन से अपनी पिस्टल भी ली थी।
हुसैन ने पुलिस को बताया, ‘अपनी योजना के तहत 24 फरवरी को हमने कई लोगों को बुलाया और उन्हें बताया कि कैसे पत्थर, पेट्रोल बम और एसिड बोतल फेंकना है। मैंने अपने परिवार को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया। 24 फरवरी 2020 को दोपहर करीब 1.30 बजे हमने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया।’
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