जुबिली न्यूज डेस्क
कानपुर कांड के करीब 50 घंटे बीत जाने के बाद भी यूपी पुलिस न तो अभी तक ఀकुख्यात अपराधी विकास दुबे की तलाश कर पाई है और न ही अपने विभाग में छिपे गद्दारों का पकड़ पाई है।
अब जब यूपी पुलिस ने इस वारदात की जांच शुरू की है तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। विकास की कॉल डिटेल में कुल 24 पुलिसवालों के नाम सामने आए हैं।
सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे के साथ चौबेपुर थाने का एक दारोगा और दो सिपाहियों के लगातार संपर्क में रहने के साक्ष्य मिले हैं। शिवराजपुर थाने के भी कुछ सिपाही विकास दुबे के लगातार संपर्क में थे।

दूसरी ओर सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे की अंतिम लोकेशन उत्तर प्रदेश के औरैया में मिली है। औरेया मध्य प्रदेश से सटा हुआ है, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि विकास दुबे एमपी की ओर भाग सकता है।
इस बीच यूपी पुलिस को वारदात में शामिल एक बदमाश गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि कानपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथी दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया है।
दयाशंकर अग्निहोत्री पुलिस टीम पर हुए हमले के दौरान विकास के साथ था और पूर्व में उसपर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। अग्निहोत्री को कानपुर के कल्याणपुर थानाक्षेत्र में सुबह करीब पौने पांच बजे हुई मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है।
Kanpur: Police have arrested Daya Shankar Agnihotri, an accomplice of history-sheeter Vikas Dubey in Kalyanpur. Agnihotri was arrested following an encounter last night. pic.twitter.com/uLACXjyaUW
— ANI UP (@ANINewsUP) July 5, 2020
पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस टीम ने दयाशंकर को एक इलाके में घेरकर सरेंडर करने के लिए कहा था। इस दौरान उसने पुलिस पर देसी तमंचे से फायरिंग कर भागने का प्रयास किया, जिसके बाद जवानों ने भी उसपर फायरिंग की। इस ऐक्शन में दयाशंकर घायल हो गया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। इस बदमाश के पास से पुलिस ने एक तमंचा और अन्य सामान बरामद किया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना में घायल दयाशंकर अग्निहोत्री को फिलहाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा पुलिस टीम के जवान दयाशंकर से उसके अन्य साथियों का पता लगाने के लिए पूछताछ करने की कोशिश कर रहे हैं। दयाशंकर के अन्य साथी और हमले का मुख्य आरोपी विकास दुबे अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, ऐसे में इन सभी की तलाश के लए पुलिस की बीस से अधिक टीमों को लगाया गया है।
गिरफ्तार दयाशंकर अग्निहोत्री ने पुलिस से शुरुआती पूछताछ में बताया है कि विकास को फोन आने के बाद बाहर से 25-30 लोगों को बुलाया गया था। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में दयाशंकर ने बताया है कि विकास दुबे को किसी का फोन आने के बाद वह सक्रिय हो गया था। उसने फोन कर 25-30 लोगों को अपने घर बुलाया था। इसके अलावा रास्ते पर जेसीबी खड़ी कर पुलिस टीम का रास्ता रोकने का प्लान बनाया गया था।
विकास दुबे और इसके ये सभी साथी घात लगाकर गांव में बैठे थे और पुलिस टीम के यहां पहुंचने के बाद विकास ने खुद भी उनपर फायरिंग की थी। पुलिस टीम दयाशंकर की इस जानकारी के बाद उन लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है, जिन्हें कि उस रात विकरू गांव से फोन किया गया था। इसके अलावा तमाम ऐसे अभियुक्तों पर भी नजर रखी जा रही है, जिन्हें विकास दुबे के ठिकानों की जानकारी हो।
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