जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से गठबंधन की दरारें खुलकर सामने आने लगी हैं। इस बार मुद्दा बना है कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का बयान, जिसने समाजवादी पार्टी (SP) के नेताओं को खासा नाराज़ कर दिया है। मामला इतना बढ़ गया कि सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मसूद को उनकी “हैसियत” तक याद दिला दी।
“कांग्रेस किसी बैसाखी की मोहताज नहीं”
इमरान मसूद ने हाल ही में एक कांग्रेस कार्यक्रम के दौरान कहा कि पार्टी अब किसी बैसाखी के सहारे नहीं चलने वाली, और ये नहीं चलेगा कि समाजवादी पार्टी तय करे कि कांग्रेस को कौन-सी सीट पर चुनाव लड़ना है।
उन्होंने साफ कहा—”हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। अगर समझौता होगा तो बराबरी का होगा। कांग्रेस की सीटों का फैसला राहुल गांधी, खड़गे या सोनिया गांधी करेंगे, न कि कोई और।”
राहुल गांधी संग फोटो शेयर कर दिया संदेश
इमरान मसूद ने अपनी राहुल गांधी के साथ एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर साझा की है, जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा:”हम जमीनी स्तर से कांग्रेस को मजबूती देंगे— गांवों से लेकर बूथ तक, हर दिल तक पहुंचेंगे।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह तस्वीर सपा को एक सशक्त संकेत है कि मसूद पार्टी नेतृत्व के नजदीकी हैं और वह कांग्रेस में अपनी भूमिका को हल्के में नहीं लेते।
“मसूद को कौन-सी ताकत मिल गई?”
सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने इमरान मसूद पर निशाना साधते हुए कहा:”मुझे नहीं पता कि कांग्रेस ने इमरान मसूद को गठबंधन तय करने की इतनी ताकत कब दे दी। ऐसे निर्णय कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व ही करता है।”
धर्मेंद्र यादव ने स्पष्ट कर दिया कि सपा किसी भी तरह के ‘अहंकारी बर्ताव’ को स्वीकार नहीं करेगी, और गठबंधन तभी टिकेगा जब दोनों पक्ष एक-दूसरे की सीमाओं को समझेंगे।
ये भी पढ़ें-फर्जी मरीज, फर्जी भुगतान: आयुष्मान योजना में 10 करोड़ की ठगी का पर्दाफाश
यूपी में विपक्ष की रणनीति सवालों के घेरे में
उत्तर प्रदेश में 2024 लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस और सपा का गठबंधन मजबूत नजर आ रहा था, लेकिन अब अंदरूनी मतभेद सामने आने लगे हैं। कांग्रेस जहां खुद को मजबूती से खड़ा करने की कोशिश कर रही है, वहीं सपा चाहती है कि वह बड़ी पार्टी होने के नाते शर्तें तय करे।