Monday - 15 January 2024 - 7:39 PM

कोरोना वायरस से जूझ रहा चीन, 237 लोगों की हालत गंभीर, PMO ने जारी किया अलर्ट

न्‍यूज डेस्‍क

चीन में कोरोना वायरस का कहर जारी है। इसकी चपेट में आने से अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा करीब 2000 लोग कोरोना वायरस से पीड़ित बताए जा रहे हैं। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के मुताबिक शुक्रवार से 444 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से 237 मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

चीन के अलावा फ्रांस में 2, ऑस्ट्रेलिया में एक, थाईलैंड में 4, जापान में 2, दक्षिण कोरिया में 2, अमेरिका में 2, वियतनाम में 2, सिंगापुर में 3, नेपाल में एक, हांगकांग में पांच, मकाऊ में 2 और ताइवान में 3 कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं।

दूसरी ओर भारत में केरल और महाराष्ट्र में 100 से अधिक लोगों को कोरोना वायरस की चपेट में आने की आशंका के मद्देनजर चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। इस बीच प्रधानमंत्री कार्यालय ने चीन में घातक कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर वैश्विक चिंता के बीच इससे निपटने के लिए भारत की तैयारियों की शनिवार को समीक्षा की।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि अब तक इस बीमारी का कोई सत्यापित मामला सामने नहीं आया है लेकिन चीन से लौटे सात लोगों के नमूने पुणे की आईसीएमआर-एनआईवी प्रयोगशाला में भेजे गए हैं।  इससे पहले चार अन्य यात्रियों के नमूनों के परीक्षण में भी यह वायरस नहीं पाया गया था।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हर्षवर्धन के निर्देश पर इस बीमारी के संबंध में 24X7 चलने वाला कॉल सेंटर (+91-11-23978046) शुरू किया गया है। केरल के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने  बताया कि राज्य में 172 लोगों को घर पर और सात को विभिन्न अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है।

अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस के संपर्क में आने की आशंका को देखते हुए मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती तीन लोगों में से दो में इसके संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, एहतियातन अब भी उन्हें निगरानी में रखा गया है जबकि तीसरे व्यक्ति के खून के नमूने की जांच के नतीजे का इंतजार है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके. मिश्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने चीन में कोरोना वायरस के फैलने के घटना सामने आने के बाद उठाए गये कदमों के बारे में बताया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर यह बैठक हुई। कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, विदेश सचिव, रक्षा सचिव, स्वास्थ्य सचिव, नागर विमानन सचिव और अन्य कई शीर्ष अधिकारियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया।

सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने मिश्रा को कोरोना वायरस के संभावित मामलों से निपटने के लिए अस्पतालों और प्रयोगशालाओं की तैयारी के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव ने नागर विमानन मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों द्वारा उठाए गए एहतियाती कदमों की भी समीक्षा की।

अधिकारियों ने मिश्रा को बताया कि स्थिति पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मामले के मंत्रालय द्वारा अन्य मंत्रालयों एवं राज्य सरकारों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासनों की मदद से लगातार नजर रखी जा रही है। अब तक सात अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर 115 उड़ानों के 20 हजार लोगों का मेडिकल परीक्षण किया गया है।

हर्षवर्धन ने कहा कि उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर राज्यों की तैयारी की समीक्षा के लिए निजी रूप से दखल देने का अनुरोध किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एक जनवरी 2020 के बाद चीन की यात्रा करने वालों से बुखार, कफ, सांस संबंधी परेशानी होने पर निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर स्वयं पहुंचने और इलाज करने वाले डॉक्टर को अपने बारे में बताने की अपील की है।

परामर्श में कहा गया है कि चीन में रहने के दौरान यदि किसी को बुखार आए, कफ हो, तब वे खांसते या छींकते समय अपने मुंह को ढककर रखें, तत्काल चिकित्सक से मिलें और चीन में भारतीय दूतावास से संपर्क करें।

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