न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद से पार्टी में लगातार इस्तीफों का सिलसिला जारी है। कई बड़े पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी भी लगातार अपना इस्तीफा देने में अड़े हुए है। एक तरफ जहां पार्टी में इस्तीफों का दौर जारी है तो दूसरी तरफ पार्टी ने आगामी होने वाले चुनाव को लेकर अभी से पार्टी को नई दिशा देनी शुरु कर दी है। कांग्रेस में हो रही इस बड़ी कवायद में यह साफ है कि आने वाले वक्त में कांग्रेस युवाओं की पार्टी होगी।
जिला व ब्लॉक समितियां की भंग
दरअसल कांग्रेस ने कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में जिला व ब्लॉक समितियां को भंग कर दिया है। इसके अलावा हाल ही जिन राज्यों में चुनाव होने है उनको छोड़कर अगले कुछ दिनों में बचे प्रदेशों में समितियां भंग कर दी जाएगी। पार्टी ने बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक नया संगठन खड़ा करने का फैसला किया है। इसमें युवाओं और महिलाओं की अधिक भागीदारी के साथ जातीय समीकरणों का भी ध्यान रखा जाएगा।
चालीस साल से कम उम्र के लोगों को मिलेगा मौका
नए संगठन में पार्टी एसएसयूआई, यूथ कांग्रेस, सेवा दल, महिला कांग्रेस और दूसरे कांग्रेस संगठनों में काम करने वाले लोगों को मजबूत करेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में संगठन में भी फेरबदल किया जायेगा. उन्हीं लोगों को संगठन में महत्वपूर्ण पद दिए जाएंगे, जिन्होंने सड़को पर संघर्ष किया हो। संगठन में चालीस साल से कम उम्र के लोगों को भी तरजीह दी जाएगी।
महिलाओं की हिस्सेदारी 33 फीसदी होगी
संगठन में महिलाओं को 33 फीसदी हिस्सेदारी मजबूत की जाएगी। पार्टी सभी को साथ लेकर चलने की कोशिश कर रही है। वहीं पार्टी के पुराने नेताओं का अनुभव बेहद अहम है। पार्टी उनके अनुभव का पूरा फायदा उठाने का प्रयास करेगी।
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