
न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश को कोरोना वायरस से बचाने के लिए यूपी के सीएम लगातार एक्टिव हैं। कोरोना के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को गाजियाबाद पहुंचे। लेकिन कुछ देर वहां रुकने के बाद सीएम ने ऐन वक्त पर मेरठ और आगरा का दौरा रद्द कर दिया।
सीएम गाजियाबाद से वापस लखनऊ लौट गए। लखनऊ में पहुंच कर सीएम योगी ने दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात के आयोजन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की।
इस दौरान लखनऊ पहुँचते ही मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर हाई लेबल मीटिंग बुलाई और दिल्ली से उत्तर प्रदेश के 19 जिलों में पहुंचे 157 लोगों के बारे में पुलिस कप्तानों से कहा कि इन लोगों का तत्काल कोरोना टेस्ट कराया जाए।
जानकारी के अनुसार निज़ामुद्दीन से यूपी आने वाले 157 लोग लखनऊ, बाराबंकी, प्रयागराज, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, सीतापुर, गाजियाबाद, भदोही, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, बिजनौर, आगरा, वाराणसी, हापुड़, मथुरा और शामली में हैं।
मुजफ्फरनगर में सबसे ज्यादा 28 और लखनऊ में 20 लोग हैं। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पुलिस महानिदेशक ने इन जिलों के पुलिस कप्तानों को निर्देशित कर दिया है कि इन्हें तत्काल ढूंढकर इनका कोरोना टेस्ट करवाया जाए।
इसके साथ ही सीएम ने इन क्वॉरंटाइन सेंटरों में एडमिट लोगों की लिस्ट भी मांगी है। सूत्रों के मुताबिक, सीएम ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए आयोजन में उत्तर प्रदेश के कौन लोग शामिल थे, इसकी जल्द से जल्द सूची बनाई जाए।
दिल्ली की तबलीगी जमात वाली घटना सामने आने के बाद यूपी पर भी दबाव देखा जा रहा है। सरकार की कोशिश है कि बाद में स्थिति बिगड़े, उससे पहले ही सारी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। इसे देखते हुए आइसोलेशन वार्ड और क्वारनटीन को लेकर लखनऊ की बैठक में चर्चा होने की संभावना है।
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