जुबिली न्यूज डेस्क
पटना। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर (PK) पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने प्रशांत किशोर की तुलना दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से करते हुए कहा कि वे भी एक समय इसी तरह आरोपों की लंबी सूची सामने रखते थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद उन पर कार्रवाई नहीं कर पाए।
‘सिर्फ आरोप या तथ्य?’
मीडिया से बातचीत में चिराग पासवान ने कहा—“प्रशांत किशोर एक के बाद एक कई आरोप लगा रहे हैं। सवाल यह है कि क्या वे सही मायनों में कुछ तथ्यों के साथ जानकारी साझा कर रहे हैं या केवल आरोपों की सूची पेश कर रहे हैं। मैं मानता हूं कि यह तमाम बातें जांच का विषय हैं।”
केजरीवाल से तुलना
चिराग पासवान ने कहा कि राजनीति में इस तरह का तरीका नया नहीं है। “ऐसी राजनीति हमने दिल्ली में भी देखी थी। जब मुख्यमंत्री बनने से पहले आम आदमी पार्टी के नेता ने कई बड़े आरोप लगाए थे। लेकिन जब वक्त आया कार्रवाई करने का, तब खामोशी साध ली गई।”
मानहानि के मुकदमे का जिक्र
चिराग ने आगे कहा कि जिन नेताओं पर प्रशांत किशोर आरोप लगा रहे हैं, वे अपना पक्ष रखने में सक्षम हैं।
“कुछ नेताओं ने मानहानि का दावा भी किया है। समय-समय पर ये आरोप लगाएंगे, और वे उसका जवाब देंगे। अंत में दूध का दूध और पानी का पानी अपने आप हो जाएगा।”
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हाल के दिनों में प्रशांत किशोर ने बिहार की राजनीति और सत्ताधारी दलों पर कई आरोप लगाए हैं। उनके बयानों से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी है। वहीं, चिराग पासवान का यह बयान उस बहस को और तेज करता दिख रहा है कि प्रशांत किशोर का रोल सिर्फ रणनीतिकार तक सीमित रहेगा या वे गंभीर राजनीतिक विकल्प भी बन पाएंगे।