डा. रवीन्द्र अरजरिया उत्तर प्रदेश के अलीगढ में हुई मासूम की निर्मम हत्या से पूरा देश आक्रोशित हो उठा। चारों ओर से निंदा की जाने लगी। अपराधियों को कठोर दण्ड दिये जाने की मांग का स्वर तीव्र होने लगा। योगी सरकार का पूर्ण नियंत्रण का दावा खोखला साबित हुआ। जांच …
Read More »जुबिली डिबेट
नरेंद्र तोमर का कद बढ़ाकर राजनाथ सिंह को क्या सन्देश दे रहे हैं अमित शाह
केपी सिंह कैबिनेट समितियों के गठन के मामले में सरकार की अंदरूनी उठापटक सतह पर आ गयी है। लोकसभा के चुनाव जिस तरह से मोदी के नाम पर हुए उसके बाद भाजपा के अंदर से उन्हें चुनौती मिलने की किसी तरह की गुजाइश बची नहीं। इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र …
Read More »अमित शाह के बढ़ते दबदबे के बीच क्या करेंगे राजनाथ!
उत्कर्ष सिन्हा बात सन 2014 की है जब भाजपा नरेंद्र मोदी को अपने संसदीय दल का नेता चुन रही थी। उस वक़्त से कुछ पहले तक प्रधानमंत्री पद के एक दावेदार राजनाथ सिंह तब नरेंद्र मोदी के पक्ष में खड़े हो गए थे। खिलाफ थी तो सिर्फ सुषमा स्वराज। उन्होंने तब कहा था …
Read More »क्या अभी भी प्रासंगिक है बहुजन आंदोलन !
के पी सिंह राजनीतिक हलकों में सपा-बसपा गठबंधन के टूटने की चर्चाएं सर्वाधिक मुखरता से हो रही हैं। लोकसभा चुनाव परिणामों में गठबंधन की एंटी क्लाइमेक्स तस्वीर उभरते ही तय हो गया था कि अगले विधानसभा चुनाव तक यह साझेदारी कायम नहीं रहेगी। लेकिन शील का तकाजा यह था कि …
Read More »विपक्ष मशीन से हारा, बैलेट से जीता, BJP कह रही मोदी है तो मुमकिन है
रश्मि शर्मा चुनाव नतीजे आने के कुछ घंटों के भीतर ही जुबली पोस्ट ने खबर लिख उत्तर प्रदेश में आठ लोकसभा सीटों पर ईवीएम में पड़े वोट और कुल गिने गए वोटों के फर्क की कहानी पेश करते हुए मशीन से उपजे लोकतंत्र पर सवाल खड़े किए थे। अब बड़ी …
Read More »मोदी 2.0 से नए भारत की आकांक्षाएँ
सत्येंद्र सिंह ’आकांक्षा’ शब्द का अर्थ और पैमाना, भारत में आने के बाद शब्दकोश से एक पूरी तरह से अलग अर्थ और आयाम ले लेता है। 1.32 बिलियन की आबादी के साथ, इस धरती पर मिलने वाला हर 6 वां व्यक्ति भारतीय हैं। 25 वर्ष से कम आयु के युवाओं की …
Read More »राष्ट्रभक्ति का अभिनव उदाहरण हैं महाराज छत्रसाल
डा. रवीन्द्र अरजरिया मां भारती के वीर सपूतों ने प्रत्येक कालखण्डों में अपनी शौर्यगाथाओं से भावी कर्णधारों को प्रेरणात्मक आत्मविश्वास की थाथी सौंपी। इसी थाथी ने रणबांकुरों को लोकदेव तक के अभिनन्दनीय मंच पर स्थापित कर दिया। वर्तमान में क्षेत्र विशेष के राष्ट्रभक्तों को चिरस्थाई करने की परम्परा तेजी से …
Read More »नहीं भूलती जाड़े की वह रात
शबाहत हुसैन विजेता वह ज़बरदस्त जाड़े की रात थी। लिहाफ के ऊपर कम्बल भी था और रूम हीटर चल रहा था, लेकिन ठंड जिस्म का एग्जाम पूरी शिद्दत से ले रही थी। फर्स्ट फ्लोर पर मेरी रिहाइश है. उन दिनों बड़ी सी छत पर एक किनारे पर मेरा कमरा बना …
Read More »सिर्फ नारों तक ही सीमित है समरस समाज !
राजेन्द्र कुमार गरीबी संत्रास ग्रस्त के साथ ही उपेक्षित भी होती है। देश और प्रदेश में सरकार चाहे कांग्रेस की रही हो या बीजेपी की, ये सत्य जस का तस है। उत्तर प्रदेश के हर गाँव में इस सत्य के दर्शन होते हैं। यूपी के लगभग सभी गांवों में यह …
Read More »बहस के केन्द्र में है गोदी मीडिया
केपी सिंह लोक सभा चुनाव के नतीजों के बाद लोकतंत्र का तथाकथित चौथा स्तम्भ पहले स्तम्भ के निशाने पर है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनो ही अपने-अपने तरीके से मीडिया की भूमिका पर उंगली उठाने में लगे है। इस बीच गोदी मीडिया का मुहावरा एक गाली का रूप ले चुका …
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