- लॉकडाउन के चलते बीते 22 मार्च से बंद है
- अक्षय तृतीया भी निकली हाथ से
स्पेशल डेस्क
लखनऊ। चीन में अपना खतरनाक तांडव दिखाने के बाद कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया में अपना कहर बरपा रहा है। हालांकि चीन में अब हालात काबू में है लेकिन दुनिया के दूसरे देशों में कोरोना पहले से ज्यादा अपनी जड़े मजबूत कर चुका है।
यूरोप के देशों में कोरोना वायरस ने तबाही मचाकर रख दी है। कोरोना का असर अब भारत में तेजी से देखने को मिल रहा है। जहां एक ओर कोरोना वायरस की वजह से लोगों की जिंदगी तबाह हो रही है तो दूसरी ओर कारोबार भी पूरी तरह से चौपट हो चुकाहै।

जानाकारी के मुताबिक कोराना वायरस ने कारोबार की दुनिया में भी तबाही मचाकर रख दी है। कारोबारियों से मिली जानकारी के अनुसार 105 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है और अब लॉकडाउन आगे बढ़ता है तो और भारी नुकसान होना तय है।

सर्राफा, इलेक्ट्रिकल्स, मोबाइल और मोबाइल एसेसरीज, जूता, पर्यटन, हस्तशिल्प व्यवसाय इसकी मार झेल रहे हैं। माल की भारी कमी है औ बाहर से व्यापारियों ने खरीदारी के लिए आना बंद कर दिया है।
- ऐसे में सर्राफा व्यापारियों का दर्द भी साफ देखा जा सकता है। कोरोना के आगे सर्राफा व्यापारी बेबस है और हालात और खराब हो चुके हैं।
- लॉकडाउन के चलते सर्राफा दुकानदारों को अपनी दुकाने बंद करने पर मजबूर होना पड़ा और अब भी कारोबार ठप्प है।
- आलम तो यह है कि सर्राफा व्यापारियों के हाथों से सहालग का सीजन भी निकल गया। यह पहला मौका होगा जब लखनऊ में इतने दिन सराफा बंद रहेगा।
- सर्राफा व्यापारियों को उम्मीद थी कि 15 अप्रैल से लॉकडाउन खुल जाएगा और थोड़ी राहत मिलेगी लेकिन यह उम्मीद भी अब दम तोड़ चुकी है। लॉकडाउन आगे बढऩे से अक्षय तृतीया भी उनके हाथ निकल जाएगी।
बता दें कि 26 अप्रैल को है इस बार अक्षय तृतीया पड़ रही है लेकिन मौजूदा हालात में सर्राफा व्यापारियों को राहत नहीं मिलने वाली है।
लखनऊ महानगर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष कुमार वर्मा कोरोना वायरस की वजह से काफी मायूस है। दरअसल उनका कारोबार एकदम चौपट हो चुका है। उन्होंने कहा कि हालत तो यह है कि किसी तरह से चल रहा है। उन्होंने कहा कि जिस सीजन में जमकर कमायी होती थी, उस सीजन में कारोबार न के बराबर है।
इतना ही नहीं उनकी दुकान पर काम करने वाले 12 से 13 लोगों का खर्चा भी उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने पहले जो ऑडर दिया था उसका भाव उस समय कुछ और अब के भाव में जमीन आसमान का फर्क है। ऐसे में उनको भारी नुकसान होना तय है। उन्होंने कहा कि जो हालात अभी दिख रहे हैं वो शायद और खराब हो सकते हैं।
लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि अक्षय तृतीया के दिन हर कोई अपनी क्षमता के अनुसार
कुछ ना कुछ खरीदारी अवश्य करता था। उन्होंने कहा कि खास दिन में कुछ ज्यादा सेल होती है लेकिन कोरोना के चलते सबकुछ चौपट हो गया है और फिर कोरोना के चलते विवाह भी नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में करोड़ों का नुकसान होना तय है। इतना ही नहीं करीब 45 दिन से दुकानों के बंद होने से पूरी तरह से कारोबार ठप्प हो चुका है।
वहीं लखनऊ महानगर सर्राफा एसोसिएशन के संरक्षक विनोद माहेश्वरी का कहना है कि यह बात सच है कि लॉकडाउन की वजह से सराफा व्यापारियों को करोड़ा का नुकसान हो रहा है लेकिन अभी नुकसान नहीं बल्कि इंसानों की जिदंगी बचाना अहम है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस इंसानों के लिए बेहद खतरनाक है। ऐसे में कारोबार दोबारा किया जा सकता है। इसलिए देश पहले हैं। हांलाकि जिस कारण से लॉकडाउन को फैसला लिया गया है, वह बिल्कुल सही है। सर्राफा व्यवसाई इसमें पूरी तरह सहयोग को तैयार हैं।

कुछ सोने चांदी के दुकानदारों का कहना है कि हर सीजन में कारोबार चलता है। लोग अपने हिसाब से ज्वैलरी खरीदते या फिर बुकिंग कराते है लेकिन बीते 22 मार्च को जनता कफ्यू की वजह से पूरा सीजन हिसाब किताब चौपट हो गया है। उम्मीद है कि अब दीपावली की रोशनी में ही सोने की चमक बिखरेगी।
7 मई 2019
कुल सेल
9 करोड़ 65 लाख की सेल
हुई सेल
29 किलो सोना
110 किलो चांदी
18 अप्रैल 2018
कुल सेल
9 करोड़
हुई सेल
30 किलो सोना
109 किलो चांदी

29 अप्रैल 2017
कुल सेल
9 करोड़ 20 लाख
हुई सेल
30 किलो सोना
110 किलो चांदी
9 मई 2016
कुल सेल
9 करोड़
हुई सेल
30 किलो सोना
150 किलो

15 करोड़ के ऊपर पहुंच जाता है कारोबार
सर्राफा व्यापारियों की माने तो अक्षय तृतीया इस बार 26 अप्रैल यानी दिन रविवार को पड़ रही है। ऐसे में हर साल की तरह इस बार भी अच्छा-खासा कारोबार होने की उम्मीद थी।
इतना ही नहीं अक्षय तृतीया को ध्यान में रखकर तैयारी की गई थी और उम्मीद थी इस बार बार 15 करोड़ का कारोबार हो सकता था लेकिन कोरोना वायरस ने पूरे सराफा व्यापारियों की कमर को तोडक़र रख दी है।
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