जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राज्य की सियासत में हलचल तेज हो गई है। हर राजनीतिक दल अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटा है, कोई गठबंधन को मजबूत करने में लगा है तो कोई प्रचार की स्क्रिप्ट तैयार कर रहा है। इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने एक नया सियासी दांव चला है।
AIMIM ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव को पत्र लिखकर मांग की है कि पार्टी को महागठबंधन में उचित भागीदारी दी जाए। AIMIM का मानना है कि विपक्षी एकता ही वोटों के बिखराव को रोक सकती है और इसका सीधा लाभ बीजेपी को जाने से बचाया जा सकता है।
क्या है AIMIM की मांग?
चिट्ठी में AIMIM ने स्पष्ट किया है कि सीमांचल और अन्य इलाकों में पार्टी की पकड़ लगातार मज़बूत हो रही है। ऐसे में यदि महागठबंधन विपक्षी मतों को एकजुट देखना चाहता है, तो AIMIM को साथ लेना ज़रूरी है। दिलचस्प बात यह है कि यह पत्र ऐसे वक्त सामने आया है जब ओवैसी का एक इंटरव्यू वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा था –“हमने अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान से कहा है कि गठबंधन के लिए पूरा प्रयास करें, ताकि चुनाव के बाद किसी को ये कहने का मौका न मिले कि मम्मी-मम्मी, हमारा चॉकलेट छीन लिया!”
सीमांचल से निकलकर पूरे बिहार तक?
AIMIM ने दो विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर दी है। साथ ही यह संकेत भी दिया है कि यदि गठबंधन में बातचीत सफल नहीं होती, तो पार्टी सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने को तैयार है। ओवैसी ने यह भी संकेत दिया है कि इस बार AIMIM सिर्फ सीमांचल तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराएगी।
पिछली बार का प्रदर्शन और वर्तमान स्थिति
2020 के विधानसभा चुनाव में AIMIM ने सीमांचल में दमदार प्रदर्शन करते हुए पांच सीटें अपने नाम की थीं। हालांकि, कुछ ही महीनों में पार्टी को बड़ा झटका लगा, जब उसके पांच में से चार विधायक RJD में शामिल हो गए। अब 2025 की तैयारी में पार्टी फिर से नए सिरे से मैदान में उतरने को तैयार है।
बिहार में सियासी समीकरण लगातार बदल रहे हैं। AIMIM की चिट्ठी ने महागठबंधन के अंदरूनी समीकरणों को चुनौती दी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या लालू यादव इस प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हैं या AIMIM को अकेले चुनावी रण में उतरना होगा। जो भी हो, इस चिट्ठी से बिहार चुनाव में गर्मी और बढ़ गई है।