जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव का आखिरी चरण पूरी तरह से समाप्त हो गया है और अब नतीजों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। सवाल ये है कि नीतीश कुमार की सरकार फिर से सत्ता में लौटेगी या तेजस्वी यादव की लालटेन बिहार की राजनीति में नया इतिहास रचेगी।
एग्जिट पोल्स बनाम सट्टा बाजार
अधिकतर एग्जिट पोल्स एनडीए की जीत का अनुमान दे रहे हैं, लेकिन राजस्थान के फलोदी कस्बे का सट्टा बाजार इस बार कुछ अलग कहानी बयां कर रहा है। सट्टा बाजार के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर हो सकती है। यहां तक कि तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है।

सट्टा बाजार के अनुमान
- एनडीए: 105–135 सीटें
- महागठबंधन: 97–127 सीटें
- अन्य: 3–8 सीटें
प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी और ओवैसी की पार्टी के लिए सट्टा बाजार में उत्साह नहीं दिख रहा; इनके लिए सीटें जीतना चुनौतीपूर्ण रहेगा।
सट्टा बाजार की राय में, एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए सत्ता के दरवाजे खुले हैं। एनडीए के लिए 54% लोग दांव लगा रहे हैं, जबकि महागठबंधन पर 46% लोग भरोसा दिखा रहे हैं।
RJD बन सकती है सबसे बड़ी पार्टी
अगर सट्टा बाजार के आंकड़ों को मानें, तो RJD कम से कम 75 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। बीजेपी इससे कुछ पीछे रह सकती है और नीतीश कुमार की जेडीयू लगभग 55–60 सीटों पर संतुलित रह सकती है। कांग्रेस महागठबंधन में कमजोर कड़ी साबित हो सकती है और इसकी संभावना है कि यह दो दर्जन सीटें भी नहीं जीत पाएगी।
नीतीश कुमार के सीएम बनने के चांस
- एनडीए को बहुमत मिलने पर नीतीश कुमार के सीएम बनने की संभावना लगभग 60% है।
- बीजेपी के सीएम बनने के चांस 20–25% के बीच हैं।
- महागठबंधन को बहुमत मिलने पर तेजस्वी यादव के सीएम बनने की संभावना 97% से अधिक बताई जा रही है।
क्या साबित होंगे ये आंकड़े?
अब देखना होगा कि एग्जिट पोल्स का अनुमान सही साबित होता है या फलोदी का सट्टा बाजार इतिहास रचता है। उल्लेखनीय है कि फलोदी का सट्टा बाजार चुनाव और खेलों के नतीजों के अनुमान लगाने में देशभर में चर्चित है। हालांकि, चुनाव में सट्टेबाजी पूरी तरह अवैध है, लेकिन यहां यह अभी भी चोरी-छिपे जारी है।
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