जुबिली न्यूज़ डेस्क
बिहार के भागलपुर के कहलगांव में एनटीपीसी का थ्री डी ऐश डाइक तटबंध ध्वस्त हो गया। एक साल में तीन बार ऐश डाइक का डैम टूटने से एनटीपीसी प्रबंधन पर सवालिया निसान खड़े हो रहे हैं। इस तटबंध टूटने से एनटीपीसी प्रबंधन को 7 में से 4 यूनिट से बिजली के उत्पादन को सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से बंद करना पड़ा है।
फ़िलहाल अभी 2340 मेगावाट क्षमता वाली इस परियोजना की केवल 2 यूनिट से ही बिजली का उत्पादन हो रहा है, जबकि 1420 मेगावाट बिजली उत्पादन ठप्प है।
दरअसल, सभी यूनिटों से जो राख मिश्रित पानी निकलता है उसे ऐश डाइक डैम में स्टोर किया जा रहा था। इसी वजह से तटबंध पर अचानक दबाब बढ़ गये जिसकी वजह से वह क्षतिग्रस्त हो गया। इससे बिजली संकट गहराने की भी आशंका है। एनटीपीसी कहलगांव के थ्री-डी ऐश डाइक के टतबंध के क्षतिग्रस्त होने से प्लांट का राख मिश्रित पानी अगल-बगल के गांव के खेत सहित गंगा में मिल रहा है।

इससे किसानों को व्यापक नुकसान हुआ है। इसके साथ ही गंगा नदी में राख मिश्रित पानी मिलने से गंगा का जल भी दूषित हो रहा है।इसी वजह से नदी में पाये जाने वाले जलीय जीव-जंतु पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
इस मामले में परियोजना के निदेशक चंदन चक्रवर्ती ने बताया कि डाइक के सिपवे की संरचना में गड़बड़ी के कारण तटबंध टूटा है और सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से चार यूनिटों को बंद किया गया है। इस मामले में परियोजना निदेशक ने जांच के लिए उच्चस्तरीय कमिटी गठित करने की बात कही है।वहीं ग्रामीणों ने खेतों में फैले पानी से फसल नुकसान को लेकर महाप्रबंधक समेत कार्यकारी निदेशक से मिलकर मुआवजे की मांग की है।
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बता दें कि इससे पहले 6 अगस्त को भी ऐश डाइक का लैगून-टू का तटबंध टूट गया था और उससे भी भारी नुकसान हुआ था। एनटीपीसी का ऐश डाइक का डैम क्षतिग्रस्त हो गया था। हरेक बार ऐश डाइक के डैम क्षतिग्रस्त के बाद जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच कमिटी बनी और रिपोर्ट भी दी गयी।
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